दिल्ली ब्लास्ट के आरोपी उमर और मुजम्मिल ने की थी तुर्की यात्रा,
जैश के हैंडलर से हुई थी मुलाकात, जांच में बड़ा खुलासा
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
दिल्ली के लाल किले के पास हुए ब्लास्ट मामले में जांच आगे बढ़ते ही नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब जांच एजेंसियों को पता चला है कि मुख्य संदिग्ध उमर मोहम्मद और डॉक्टर मुजम्मिल शकील ने धमाके से पहले तुर्की की यात्रा की थी। खुफिया सूत्रों के अनुसार, तुर्की में दोनों की जैश-ए-मोहम्मद के हैंडलर से मुलाकात हुई थी। एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि तुर्की में उनकी मुलाकात कब और किन लोगों से हुई थी, और वहां क्या साजिश रची गई थी।
तुर्की यात्रा पर एजेंसियों की नजर खुफिया सूत्रों के मुताबिक, उमर और मुजम्मिल के पासपोर्ट में तुर्की के एंट्री और एग्जिट स्टैम्प मिले हैं। इससे स्पष्ट होता है कि दोनों ब्लास्ट से पहले विदेश यात्रा पर गए थे। शुरुआती जांच में सामने आया है कि जैश के नेटवर्क को भारत में मज़बूत करने से पहले दोनों ने तुर्की जाकर अपने हैंडलर से अगला प्लान तय किया था। तुर्की को लंबे समय से पाकिस्तान का नजदीकी सहयोगी माना जाता है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी तुर्की ने पाकिस्तान को ड्रोन और हथियारों की सप्लाई की थी। यही वजह है कि जैश के आतंकी अक्सर तुर्की को सुरक्षित ठिकाने के रूप में इस्तेमाल करते हैं, क्योंकि वहां उनके खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं होती।
दिल्ली ब्लास्ट में जैश का नेटवर्क उजागर दिल्ली के लाल किले ब्लास्ट की जांच एनआईए (NIA) कर रही है। इस मामले में अब तक कई नाम सामने आ चुके हैं। इनमें फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉक्टर मुजम्मिल शकील और लखनऊ से गिरफ्तार डॉक्टर शाहीन शाहिद शामिल हैं। जांच में पता चला है कि शाहीन जैश की महिला ब्रिगेड के लिए काम कर रही थी। जानकारी के अनुसार, जैश प्रमुख मसूद अजहर ने हाल ही में अपनी बहन सादिया अजहर को इस महिला ब्रिगेड की कमान सौंपी थी। शाहीन शाहिद उसी ब्रिगेड के जरिए भारत में संगठन को सक्रिय करने में जुटी थी। हालांकि, अब तक किसी एजेंसी ने आधिकारिक रूप से जैश के लिंक की पुष्टि नहीं की है।
कैसे आया गिरोह रडार पर पूरे मॉड्यूल का खुलासा तब हुआ जब जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सहारनपुर से डॉक्टर मोहम्मद आदिल को गिरफ्तार किया। आदिल की निशानदेही पर फरीदाबाद और लखनऊ में छापेमारी की गई, जहां से शाहीन और मुजम्मिल पकड़े गए। अब जांच एजेंसियां आदिल, मुजम्मिल, शाहीन और परवेज के संभावित नेटवर्क की कड़ियां जोड़ने में जुटी हैं। यह भी आशंका जताई जा रही है कि इनका संबंध अंसार गजवत-उल-हिंद (AGuH) से भी हो सकता है। माना जा रहा है कि यह व्हाइट कॉलर मॉड्यूल था, जिसमें शिक्षित डॉक्टर और प्रोफेशनल लोग शामिल थे। वे रिक्रूटमेंट और फंडिंग के काम को संभालते थे।
कई राज्यों में हाई अलर्ट दिल्ली ब्लास्ट के बाद उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट जारी है। सुरक्षा एजेंसियां संभावित मॉड्यूल की तलाश में जुटी हैं और संदिग्धों के ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही हैं।