दिल्ली में प्रदूषण घटाने की कोशिश असफल, नमी की कमी से रुकी क्लाउड सीडिंग,
IIT कानपुर ने रोका परीक्षण
2 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Delhi News: दिल्ली की हवा को जहरीला होने से बचाने के लिए सरकार और वैज्ञानिकों ने क्लाउड सीडिंग यानी कृत्रिम बारिश की योजना बनाई थी। इस परियोजना का पूरा जिम्मा आईआईटी कानपुर के पास था, जिसका उद्देश्य था कि बारिश के जरिए प्रदूषण के स्तर को घटाया जाए। लेकिन पहला प्रयास उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया। अधिकारियों ने बताया कि बादलों में नमी की कमी की वजह से यह प्रयोग सफल नहीं हो सका। अब आईआईटी कानपुर ने साफ कर दिया है कि आज होने वाली क्लाउड सीडिंग स्थगित कर दी गई है, क्योंकि मौजूदा मौसम बारिश के लिए उपयुक्त नहीं है।
आईआईटी कानपुर ने बताई वजह, कहा- मौसम नहीं दे रहा साथ आईआईटी कानपुर की टीम ने बताया कि फिलहाल मौसम की स्थिति क्लाउड सीडिंग के लिए अनुकूल नहीं है। इस प्रक्रिया के लिए बादलों में पर्याप्त नमी जरूरी होती है, ताकि जब रासायनिक कण छोड़े जाएं तो वे मिलकर बारिश की बूंदों में बदल सकें। लेकिन फिलहाल दिल्ली-एनसीआर के आसमान में नमी बेहद कम है, इसलिए कृत्रिम बारिश की संभावना लगभग खत्म हो गई है। अधिकारियों का कहना है कि जब तक मौसम अनुकूल नहीं होता, कोई नया प्रयास नहीं किया जाएगा।
परीक्षण से मिली उम्मीद, प्रदूषण में दिखा मामूली सुधार हालांकि यह ट्रायल पूरी तरह सफल नहीं रहा, लेकिन इसके बाद दिल्ली की वायु गुणवत्ता में हल्का सुधार देखा गया। आईआईटी कानपुर के डेटा के अनुसार, क्लाउड सीडिंग ट्रायल के बाद PM2.5 और PM10 के स्तर में 6 से 10 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। यह संकेत है कि अगर परिस्थितियां सही रहीं, तो भविष्य में यह तकनीक दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण कम करने का प्रभावी उपाय साबित हो सकती है।