दिल्ली और इस्लामाबाद धमाकों के बाद अमेरिकी बयान पर उठे सवाल,
क्या ट्रंप का झुकाव पाकिस्तान की तरफ?
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
भारत और पाकिस्तान, दोनों देशों में बीते एक हफ्ते के भीतर हुए धमाकों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हलचल मचा दी है। 10 नवंबर की शाम दिल्ली के लाल किले के पास बड़ा ब्लास्ट हुआ, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा घायल हुए। इसके अगले ही दिन पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के कोर्ट कॉम्प्लेक्स में आत्मघाती हमला हुआ, जिसमें भी 12 लोगों की जान चली गई। इन दोनों हमलों के बाद दुनियाभर से प्रतिक्रियाएं आईं, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा अमेरिका के रुख को लेकर हो रही है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप अब पाकिस्तान को पुचकार रहे हैं?
ट्रंप का बदला रुख और पाकिस्तान प्रेम दरअसल, ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के बाद से ही राष्ट्रपति ट्रंप ने कई बार भारत-पाकिस्तान के बीच जंग रोकने का दावा किया था। भारत ने इन दावों को खारिज कर दिया, जबकि पाकिस्तान ने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार देने तक की मांग कर दी। इसके बाद से ही वॉशिंगटन और इस्लामाबाद के रिश्ते में गर्मजोशी देखी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप प्रशासन का झुकाव पाकिस्तान की ओर बढ़ता दिख रहा है।
दिल्ली और इस्लामाबाद धमाकों के बाद आया अमेरिकी बयान दिल्ली ब्लास्ट के करीब 24 घंटे बाद भारत में अमेरिकी दूतावास ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर बयान जारी किया। संदेश में लिखा गया, हमारी संवेदनाएं नई दिल्ली में हुए भयानक विस्फोट में मारे गए लोगों के परिवारों के साथ हैं। हम घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं। बयान छोटा और बेहद सावधानी से लिखा गया था। यह स्पष्ट नहीं है कि यह संदेश सीधे राजदूत सर्गियो गोर की ओर से था या वॉशिंगटन से भेजा गया कोई आधिकारिक नोट था।
पाकिस्तान के लिए अमेरिका के शब्दों ने बढ़ाई चर्चा दिल्ली के बयान के तुरंत बाद, अमेरिका ने इस्लामाबाद ब्लास्ट पर भी प्रतिक्रिया दी। बयान में कहा गया, अमेरिका पाकिस्तान के साथ आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में खड़ा है। हम पाकिस्तान सरकार द्वारा देश में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के प्रयासों का समर्थन करते हैं। इन शब्दों ने भारत में आलोचना को जन्म दिया। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने अमेरिका पर पाकिस्तान के प्रति पक्षपात का आरोप लगाया।
विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने दी सफाई बढ़ते विवाद के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो का बयान आया। उन्होंने कहा कि अमेरिका दिल्ली धमाके की जांच में भारत की मदद को तैयार है, लेकिन भारतीय एजेंसियां पहले से ही असाधारण और प्रोफेशनल तरीके से काम कर रही हैं। रुबियो ने कहा कि वाशिंगटन नई दिल्ली के साथ खड़ा है और भारतीय जांचकर्ताओं की सराहना करता है। इस बयान के बाद हालात थोड़े शांत हुए, लेकिन ट्रंप प्रशासन की पाकिस्तान नीति को लेकर सवाल अब भी कायम हैं।