ISI के टारगेट पर था लॉरेंस बिश्रनोई का भाई अनमोल बिश्रनोई,
दिल्ली पुलिस ने पकड़ा पूरा मॉड्यूल
6 days ago Written By: Ashwani Tiwari
दिल्ली पुलिस ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से जुड़े एक बड़े टेररिस्ट मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। यह मॉड्यूल पाकिस्तान में बैठे गैंगस्टर शहजाद भट्टी के निर्देश पर भारत में सक्रिय था और कई टारगेटेड हत्याओं की साजिश रच रहा था। पुलिस का दावा है कि इस मॉड्यूल के निशाने पर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल बिश्नोई भी था, जिसे हाल ही में अमेरिका से भारत लाया गया है। स्पेशल सेल ने तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने गुरदासपुर पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड अटैक में भी अपनी भूमिका कबूल की है। इस खुलासे के बाद अनमोल की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
ISI के सपोर्ट से चल रहा था मॉड्यूल, तीन आतंकी गिरफ्तार एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस प्रमोद कुमार के अनुसार गिरफ्तार किए गए आतंकी हरगुनप्रीत सिंह, विकास प्रजापति और आरिफ तीनों सीधे शहजाद भट्टी के संपर्क में थे। ये आरोपी पंजाब, मध्य प्रदेश के दतिया और उत्तर प्रदेश के बिजनौर के रहने वाले हैं। मोबाइल चैट्स, वीडियो, वॉइस नोट्स और सोशल मीडिया बातचीत से साफ हुआ कि यह कोई गैंग नहीं, बल्कि एक संगठित टेरर मॉड्यूल था। पुलिस ने बताया कि इन तीनों ने 25 नवंबर को पंजाब के गुरदासपुर सिटी पुलिस स्टेशन के बाहर ग्रेनेड फेंका था। जांच में साबित हुआ कि यह हमला शहजाद भट्टी के आदेश पर किया गया था।
भारत में कई जगहों की रेकी पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी पंजाब में कई संवेदनशील जगहों की रेकी कर चुके थे। शहजाद भट्टी सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को अपने नेटवर्क में जोड़ता था और फिर उन्हें हथियारबंद गतिविधियों में इस्तेमाल करता था। स्पेशल सेल का दावा है कि इस मामले में और गिरफ्तारियां भी संभव हैं। विकास प्रजापति के पास से एक पिस्टल और 10 जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं।
अनमोल बिश्नोई था मुख्य टारगेट स्पेशल सेल के अनुसार इस मॉड्यूल का प्रमुख लक्ष्य अनमोल बिश्नोई था। 27 अक्टूबर को अनमोल ने अदालत में अर्जी देकर बताया था कि पाकिस्तान के शहजाद भट्टी से उसकी जान को खतरा है। 28 नवंबर को NIA ने भी कोर्ट में इस बात की पुष्टि की। खतरे को देखते हुए अनमोल ने कोर्ट से अनुरोध किया है कि पेशी के दौरान उसे बुलेटप्रूफ गाड़ी और बाहर बुलेटप्रूफ जैकेट दी जाए। उसने अपने परिवार और वकीलों की सुरक्षा बढ़ाने की भी मांग की है।