दिल्ली ब्लास्ट की लेडी मास्टरमाइंड…
डॉक्टर शाहीन की लव स्टोरी से लेकर आतंकी बनने तक का पूरा सफर
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Lal Qila Blast: दिल्ली के लाल किले के पास हुए भयानक धमाके ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस विस्फोट में 10 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 20 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। चश्मदीदों के मुताबिक, धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास की इमारतें तक कांप उठीं। लोगों में दहशत का माहौल है और अब भी कई घायलों का इलाज दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है। जांच एजेंसियों ने इस मामले में अब तक 8 लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा में है डॉक्टर शाहीन शाहिद, जो इस पूरे केस में अहम किरदार बनकर उभरी हैं।
जैश-ए-मोहम्मद की महिला इकाई से जुड़ी बताई जा रही डॉ. शाहीन जांच एजेंसियों के अनुसार, डॉ. शाहीन शाहिद पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की महिला इकाई जमात-उल-मोमिनात का हिस्सा हैं। बताया जा रहा है कि शाहीन की नियुक्ति इस संगठन के भारत विंग की प्रमुख के तौर पर की गई थी। कुछ समय पहले जैश सरगना मसूद अजहर का एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें उसने महिला इकाई बनाने की बात कही थी। इसी इकाई का संचालन उसकी बहन सादिया अजहर कर रही है। सादिया का पति यूसुफ अजहर, जो 1999 के कंधार हाईजैक का मास्टरमाइंड था, इसी साल पाकिस्तान में मारा गया था। सूत्रों के मुताबिक, शाहीन हमले से पहले सादिया से लगातार संपर्क में थी।
डॉ. शाहीन की विवादों भरी निजी जिंदगी शाहीन मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली हैं। उन्होंने मुंबई के डॉक्टर जफर हयात से निकाह किया था, लेकिन दोनों के रिश्ते लंबे समय तक नहीं टिके। 2015 में उनका तलाक हो गया। पुलिस के अनुसार, तलाक की वजह शाहीन का अपने सहयोगी डॉक्टर मुजम्मिल के साथ संबंध था। तलाक के बाद शाहीन ने हरियाणा के अल फलाह विश्वविद्यालय में काम शुरू किया, जहां मुजम्मिल भी प्रोफेसर थे। अधिकारियों का मानना है कि इसी दौरान वह कट्टरपंथी विचारधारा के प्रभाव में आईं।
नौकरी, गायब होना और बर्खास्तगी की पूरी कहानी डॉ. शाहीन पहले कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में फार्माकोलॉजी विभाग में प्रोफेसर थीं। उन्होंने 2006 में जॉइन किया था, लेकिन 2013 के बाद अचानक बिना किसी को बताए कॉलेज से गायब हो गईं। कॉलेज प्रशासन ने कई बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। 2020 में उन्होंने पत्र भेजकर फिर से जुड़ने की इच्छा जताई, मगर खुद सामने नहीं आईं। आखिरकार 2021 में शासन ने उन्हें बर्खास्त कर दिया। कॉलेज के स्टाफ के अनुसार, शाहीन हमेशा शांत रहती थीं और अक्सर बीमार या पारिवारिक कारणों से छुट्टी पर रहती थीं।
आतंकी कनेक्शन की जांच जारी जांच एजेंसियों को शक है कि शाहीन शाहिद ने भारत में जैश-ए-मोहम्मद के नेटवर्क को फैलाने की कोशिश की। दिल्ली ब्लास्ट से पहले वह कई संदिग्ध व्यक्तियों से संपर्क में थी। फिलहाल शाहीन को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि दिल्ली धमाका भारत में सक्रिय हो रहे जैश के नए मॉड्यूल का नतीजा हो सकता है।