NIA-ED करेगा दिल्ली ब्लास्ट की फंडिंग का खुलासा…
गृह मंत्री की सख्त बैठक के बाद अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर बड़ा एक्शन
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Delhi Blast News: दिल्ली में लाल किला के पास हुए धमाके की जांच अब और गहराई से होगी। एनआईए के साथ ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और अन्य वित्तीय एजेंसियां इस केस में फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग के पहलू की जांच करेंगी। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है और सरकार ने इसे एक आतंकी हमला माना है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को इस मामले पर एक हाई लेवल मीटिंग की, जिसमें जांच के दायरे को और बढ़ाने का फैसला लिया गया।
अमित शाह की बैठक में बड़ा फैसला गुरुवार को हुई बैठक में गृह सचिव, इंटेलिजेंस ब्यूरो के डायरेक्टर, एनआईए के डीजी और गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी शामिल थे। सूत्रों के मुताबिक, इस मीटिंग में निर्णय लिया गया कि लाल किला ब्लास्ट की फंडिंग की जांच में एनआईए के साथ-साथ ईडी और अन्य वित्तीय एजेंसियां भी सक्रिय भूमिका निभाएंगी। इसके अलावा अल-फलाह यूनिवर्सिटी की भी पूरी फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी ताकि किसी भी वित्तीय या संदिग्ध लिंक का पता लगाया जा सके।
डॉक्टरों और यूनिवर्सिटी के कनेक्शन पर जांच जांच एजेंसियों को शक है कि अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े कुछ डॉक्टरों के माध्यम से फंडिंग या सहयोग हो सकता है। इसलिए, ईडी और अन्य वित्तीय जांच एजेंसियों को डॉक्टरों की फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन और संपर्कों की जांच का जिम्मा दिया गया है। यह भी पता लगाया जाएगा कि क्या किसी विदेशी संगठन या व्यक्ति से धन का प्रवाह हुआ था।
हापुड़ से गिरफ्तार डॉक्टर फारुक से पूछताछ इस मामले में उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले से एक डॉक्टर फारुक को हिरासत में लिया गया है। फारुक जीएस मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं और उन्होंने अल-फलाह यूनिवर्सिटी से MBBS की डिग्री हासिल की है। उनसे एनआईए की टीम लगातार पूछताछ कर रही है। इसी तरह, जम्मू-कश्मीर से भी दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे भी कड़ी पूछताछ जारी है।
सरकार ने ब्लास्ट को माना आतंकी हमला
सरकार ने आधिकारिक रूप से दिल्ली ब्लास्ट को आतंकी घटना माना है। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट बैठक में धमाके में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई और दो मिनट का मौन रखा गया। बैठक में पारित प्रस्ताव में कहा गया कि यह हमला देशविरोधी ताकतों की साजिश का हिस्सा है। केंद्र सरकार ने भरोसा दिलाया कि इस घटना की जांच अत्यंत तत्परता और पेशेवर तरीके से की जाएगी और दोषियों को जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।