विदेश में नौकरी का सपना टूटा, ईरान में बंधक बना दिल्ली का युवक,
20 लाख फिरौती के बाद मिली रिहाई
4 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Delhi Youth Australia Immigration Fraud: विदेश जाकर पढ़ाई करने, काम करने और बसने का सपना लगभग हर कोई देखता है, लेकिन कभी-कभी यही सपना डरावनी हकीकत में बदल जाता है। ऐसा ही हुआ दिल्ली के कराला इलाके के रहने वाले 26 वर्षीय हिमांशु माथुर के साथ। वह ऑस्ट्रेलिया में नौकरी करने का सपना लेकर घर से निकला था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की बजाय ईरान पहुंच गया। यहां उसे बंधक बनाकर रखा गया, बेरहमी से पीटा गया और परिवार से भारी फिरौती की मांग की गई। अंततः 20 लाख रुपये चुकाने के बाद ही उसकी जान बची और वह घर लौट सका।
इमिग्रेशन एजेंट ने दिखाए सुनहरे सपने हिमांशु की मुलाकात हरियाणा के करनाल निवासी अमन राठी से हुई, जिसने खुद को इमिग्रेशन एजेंट बताया। उसने दावा किया कि कंटीन्युअस डिस्चार्ज सर्टिफिकेट कोर्स करने के बाद हिमांशु को शिप पर नौकरी मिलेगी और इसी आधार पर उसे ऑस्ट्रेलिया का वर्क वीज़ा मिल जाएगा। हिमांशु ने भरोसा करके नोएडा में 15 दिन का कोर्स पूरा किया। अमन ने भरोसा दिलाया कि वह खुद उसके साथ यात्रा करेगा और सुरक्षित मंजिल तक पहुंचाएगा।
इंडोनेशिया से ईरान की राह अगस्त की शुरुआत में अमन ने हिमांशु से कहा कि वह इंडोनेशिया में है और वहां उसका संपर्क एक एजेंट से हुआ है जो 19 लाख रुपये में ऑस्ट्रेलिया का वीज़ा दिला सकता है। हिमांशु तुरंत जकार्ता पहुंच गया और वहां अमन व पानीपत निवासी विशाल से मिला। हिमांशु के भाई डिंपी ने 12 लाख रुपये करनाल में अमन के साथी को दिए, शेष 7 लाख बाद में देने का वादा हुआ। तीन हफ्ते जकार्ता में रहने के बाद सभी भारत लौटे और 29 अगस्त को अमन और हिमांशु ईरान के लिए रवाना हुए, यह सोचकर कि वहां से ऑस्ट्रेलिया जाएंगे।
ईरान में अपहरण, टॉर्चर और फिरौती ईरान पहुंचने पर दोनों को चाबहार में अगवा कर लिया गया। हिमांशु के अनुसार, उन्हें लोहे की पाइप से पीटा गया और धमकी दी गई कि अगर पैसे नहीं मिले तो मारकर उनके अंग निकाल लिए जाएंगे। गैंग ने हिमांशु के भाई को वीडियो कॉल पर पिटाई भी दिखाई और 1 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। लंबी बातचीत के बाद 20 लाख रुपये की रकम तय हुई, जो जालंधर में गैंग के एक सदस्य को दी गई। इसके बाद दोनों को चाबहार एयरपोर्ट पर छोड़ दिया गया और वे 7 सितंबर को दिल्ली लौटे।
पुलिस जांच जारी दिल्ली लौटने पर हिमांशु मानसिक रूप से बेहद डरा हुआ था। पुलिस ने परिवार के निवेदन पर उसे फिलहाल घर भेज दिया और बाद में बयान दर्ज करने का आश्वासन दिया। इस मामले में BNS की धारा 140 (फिरौती के लिए अपहरण) और धारा 61 (आपराधिक साजिश) के तहत केस दर्ज हुआ है। फिलहाल पुलिस जांच कर रही है और गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।