Truecaller की छुट्टी… अब मोबाइल में दिखेगा कॉल करने वाले का असली नाम, भले नंबर सेव न हो,
सरकार ने शुरू किया CNAP फीचर
2 months ago Written By: Ashwani Tiwari
CNAP Feature in India: अब अनजान नंबर से फोन आने पर भी आपको यह जानने में देर नहीं लगेगी कि कॉल किसका है। दूरसंचार विभाग (DoT) ने मोबाइल यूजर्स के लिए एक बड़ी सुविधा लाने की तैयारी पूरी कर ली है। इस नई सुविधा का नाम है CNAP (Calling Name Presentation)। इसके तहत जब कोई आपको कॉल करेगा, तो नंबर के साथ-साथ कॉल करने वाले का असली नाम भी स्क्रीन पर दिखाई देगा। विभाग ने सभी टेलिकॉम कंपनियों को निर्देश दिया है कि अगले एक हफ्ते के भीतर कम से कम एक सर्किल में यह फीचर शुरू करें।
क्या है CNAP और कैसे करेगा काम CNAP फीचर को लागू करने के बाद मोबाइल स्क्रीन पर कॉल करने वाले का नाम दिखेगा, जिससे यूजर्स को कॉल रिसीव करने से पहले ही पहचान हो जाएगी कि कौन फोन कर रहा है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह फीचर स्पैम या फर्जी नंबरों की पहचान भी करेगा या नहीं। शुरुआत में CNAP को 4G और 5G नेटवर्क पर लागू किया जाएगा, जबकि 2G नेटवर्क पर इसे बाद में जोड़ा जाएगा।
CAF डाटाबेस से मिलेगी जानकारी टेलिकॉम कंपनियां इस फीचर के लिए Customer Application Form (CAF) के डाटाबेस का इस्तेमाल करेंगी। यह वही फॉर्म होता है जो नई सिम खरीदते समय ग्राहक को भरना पड़ता है। इसमें यूजर का पूरा नाम, जन्मतिथि, पता और पहचान जैसी सटीक जानकारी दर्ज होती है। आजकल अधिकांश CAF आधार आधारित बायोमेट्रिक प्रक्रिया से पूरी की जाती है, इसलिए इस डाटा से सही नाम की पहचान संभव होगी।
टेलिकॉम कंपनियों ने शुरू की तैयारी Telecom Regulatory Authority of India (TRAI) ने जनवरी 2024 में इस फीचर को लागू करने की बात कही थी। तब से देश की बड़ी टेलिकॉम कंपनियां Vodafone Idea, Bharti Airtel और Reliance Jio इसे अपने सिस्टम में शामिल करने की तैयारी कर रही हैं। कंपनियों ने CNAP फीचर को सक्षम बनाने के लिए HP, Dell, Ericsson और Nokia जैसी बड़ी टेक कंपनियों के साथ साझेदारी की है।
डेटा शेयरिंग को लेकर अब भी सवाल हालांकि CNAP फीचर की लॉन्चिंग का आदेश जारी कर दिया गया है, लेकिन कुछ तकनीकी सवाल अब भी बाकी हैं। जैसे क्या टेलिकॉम कंपनियां आपस में डाटा साझा करेंगी ताकि दूसरे नेटवर्क के कॉलर का नाम भी दिखे, या यह फीचर सिर्फ अपने नेटवर्क तक सीमित रहेगा? इन सवालों पर अभी फैसला होना बाकी है।
थर्ड पार्टी ऐप्स की जरूरत होगी कम CNAP के आने से यूजर्स को कॉलर का असली नाम जानने के लिए Truecaller जैसे थर्ड पार्टी ऐप्स पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। यह फीचर सरकारी स्तर पर सुरक्षित और सटीक जानकारी प्रदान करेगा। माना जा रहा है कि CNAP के फुल स्केल लागू होने के बाद मोबाइल यूजर्स की सुरक्षा और पारदर्शिता दोनों में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।