2050 तक इंस्टाग्राम इंफ्लुएंसर्स का ऐसा होगा हाल, रिसर्च में आया ये चौकाने वाला खुलासा,
जिसे देख कर आप हो जाएंगें हैरान
15 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Future OF Social Media Influencers: आज के दौर में सोशल मीडिया की दुनिया में करोड़ों लोग इंफ्लुएंसर बन चुके हैं। हर कोई चमक-दमक और ग्लैमर की लाइफस्टाइल से आकर्षित है। लेकिन हाल ही में आई एक रिपोर्ट ने बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है कि आने वाले 25 साल बाद यानी 2050 तक लगातार सोशल मीडिया की भागदौड़ और स्क्रीन टाइम इंसान के शरीर और चेहरे पर कितना बुरा असर डाल सकता है। Casino.org नामक एक वेबसाइट की रिसर्च ने इस बात को उजागर किया है और इसके लिए उन्होंने एक डिजिटल मॉडल एवा तैयार किया है।

एवा – भविष्य की इन्फ्लुएंसर का चेहरा
इस डिजिटल मॉडल में दिखाया गया है कि सोशल मीडिया की लगातार लाइफस्टाइल जीने के बाद एक इन्फ्लुएंसर कैसा दिख सकता है। एवा की तस्वीर में चेहरे पर दाग-धब्बे, सूजन और पैचेज दिखाई देते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, घंटों स्मार्टफोन और कैमरे के सामने रहने से शरीर का पोस्चर भी बिगड़ सकता है। लंबे समय तक झुके हुए सिर और मुड़े कंधों से इन्फ्लुएंसर्स को क्रॉनिक नेक पेन और शरीर के झुकाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
त्वचा और आंखों पर गंभीर असर
विशेषज्ञों के अनुसार, रिंग लाइट और LED स्क्रीन की लगातार रोशनी से त्वचा पर पिग्मेंटेशन, झुर्रियां और सूजन जैसी समस्या हो सकती है। इसे डिजिटल एजिंग कहा जाता है। वहीं लगातार एडिटिंग और लाइव स्ट्रीमिंग के कारण आंखों पर डिजिटल आई स्ट्रेन या कंप्यूटर विजन सिंड्रोम का खतरा बढ़ जाता है। इसके लक्षण हैं आंखों की लाली, सूखापन, धुंधलापन, काले घेरे और सूजी हुई आंखें। साथ ही, स्क्रीन से निकलने वाली ब्लू लाइट नींद की दिनचर्या बिगाड़ देती है, जिससे स्लीप डिसऑर्डर तक हो सकते हैं।
चेहरे और बालों की हालत
रिपोर्ट में बताया गया है कि लगातार फिलर्स और बोटॉक्स का इस्तेमाल चेहरे की बनावट बिगाड़ देता है। एवा के चेहरे में Snapchat Dysmorphia और Pillow Face Syndrome जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। हेयर एक्सटेंशन और बार-बार स्टाइलिंग से बालों पर दबाव पड़ता है, जिससे Traction Alopecia नामक स्थिति हो सकती है। इसमें बालों की जड़ कमजोर हो जाती है और धीरे-धीरे गंजेपन की समस्या शुरू हो जाती है।
चेतावनी या सबक
Casino.org की रिपोर्ट का साफ कहना है कि यह मॉडल सिर्फ एक डिजिटल इमेज नहीं है बल्कि भविष्य की चेतावनी है। अगर कंटेंट क्रिएटर्स और इंफ्लुएंसर्स अपनी जीवनशैली में संतुलन नहीं लाते, तो आने वाले वर्षों में ग्लैमर की यह दुनिया उनके शरीर और चेहरे को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है।