सोने की अंगूठी गलत उंगली में पहन ली तो… घर में मच सकता है बवाल,
जानें इसकी क्या है वजह
4 days ago Written By: Ashwani Tiwari
पटना से एक दिलचस्प जानकारी सामने आई है, जो सोना पहनने से जुड़ी है। सदियों से सोने को एक शुभ और शक्तिशाली धातु माना जाता रहा है। लोग इसे सिर्फ गहनों के रूप में ही नहीं, बल्कि सौभाग्य और ताकत के प्रतीक के रूप में भी पहनते हैं। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार सोने की अंगूठी पहनने से सेहत और भाग्य अच्छा रहता है। लेकिन एक खास उंगली, यानी मध्यमा (बीच वाली उंगली) में सोने की अंगूठी पहनने को लेकर ज्योतिष शास्त्र में मनाही है। पटना के ज्योतिषाचार्य और ज्योतिर्वेद विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ. राजनाथ झा ने इस विषय पर विस्तार से बताया।
मध्यमा उंगली में सोना पहनना क्यों माना जाता है अशुभ डॉ. राजनाथ झा के अनुसार, अधिकतर लोग अनामिका उंगली में अंगूठी पहनते हैं। मगर कई लोग इसे मध्यमा उंगली में पहनने की सोचते हैं। ज्योतिष शास्त्र में इसे गलत बताया गया है। उनका कहना है कि सूर्य ग्रह और शनि ग्रह के बीच विरोध है। सूर्य आत्मविश्वास, शक्ति और सम्मान का प्रतीक है, जबकि शनि मेहनत, अनुशासन और ठंडे स्वभाव का प्रतीक माना जाता है। जब कोई व्यक्ति मध्यमा उंगली (जो शनि की उंगली मानी जाती है) में सोने की अंगूठी (जो सूर्य की धातु है) पहनता है, तो इन दोनों ग्रहों के सकारात्मक प्रभाव कम हो जाते हैं। इस स्थिति से व्यक्ति के जीवन में धन और करियर से जुड़ी समस्याएं आ सकती हैं। इतना ही नहीं, पिता-पुत्र के रिश्तों में तनाव पैदा हो सकता है और दोनों का आत्मविश्वास भी प्रभावित हो सकता है।
कुंडली के अनुसार ही पहनें सोना हालांकि, ज्योतिषाचार्य राजनाथ झा का कहना है कि यह नियम सभी पर एक समान लागू नहीं होता। हर व्यक्ति की कुंडली अलग होती है और उसमें शनि का प्रभाव भी अलग तरह से दिखाई देता है। यदि किसी जातक की कुंडली में शनि उच्च स्थिति में हों, तो ऐसे व्यक्ति मध्यमा उंगली में सोने की अंगूठी पहन सकते हैं। इससे उन्हें शुभ फल भी मिल सकता है। इसलिए उन्होंने सलाह दी कि बिना सोचे-समझे मध्यमा उंगली में सोना पहनने से बचना चाहिए। अगर किसी को पहनना ही है तो पहले अपनी कुंडली दिखाकर, योग्य ज्योतिषाचार्य से परामर्श लेना ज़रूरी है। ऐसा करने से व्यक्ति को करियर, रिश्ते और जीवन के हर क्षेत्र में लाभ मिल सकता है।