यूनिवर्सिटी में देर से पहुंचीं महिला कर्मचारी, सुपरवाइजर ने मांगे पीरियड्स के सबूत,
सैनिटरी पैड की खिंचवाई फोटो
2 months ago Written By: Ashwani Tiwari
हरियाणा के रोहतक में स्थित महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी (MDU) से एक बेहद शर्मनाक मामला सामने आया है। यहां कुछ महिला सफाई कर्मचारी जब काम पर थोड़ी देर से पहुंचीं तो सुपरवाइजरों ने कथित तौर पर उनसे पीरियड्स के सबूत मांगे। महिलाओं का आरोप है कि न केवल उनसे सैनिटरी पैड दिखाने को कहा गया, बल्कि उसका फोटो भी खींचा गया। घटना सामने आने के बाद यूनिवर्सिटी में हंगामा मच गया और छात्रों समेत कई महिला कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। फिलहाल यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दोनों सुपरवाइजरों को सस्पेंड कर जांच के आदेश दिए हैं।
सुपरवाइजरों ने कहा- अगर सच में पीरियड्स हैं तो दिखाओ सबूत रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना 26 अक्टूबर की है। उस दिन हरियाणा के राज्यपाल असीम कुमार घोष यूनिवर्सिटी आए थे। कुछ महिला सफाई कर्मचारी देर से काम पर पहुंचीं, तो सुपरवाइजर विनोद कुमार और वितेंदर कुमार ने उन्हें रोक लिया और देर से आने का कारण पूछा। महिलाओं ने बताया कि उनके पीरियड्स चल रहे थे, इसलिए थोड़ी देरी हुई। इस पर सुपरवाइजरों ने उन्हें झूठा बताते हुए कहा कि अगर सच में पीरियड्स है तो सबूत दिखाओ। पीड़ित महिलाओं के अनुसार, एक महिला कर्मचारी से कहकर उनके कपड़े उतरवाए गए और सैनिटरी पैड की जांच की गई। इतना ही नहीं, पैड की फोटो खींचकर उसे सबूत के रूप में रखा गया।
घटना के बाद महिला कर्मचारियों और छात्रों का हंगामा जब पीड़ित महिलाओं ने यह घटना अन्य महिला कर्मचारियों को बताई तो गुस्सा फूट पड़ा। कुछ ही देर में यूनिवर्सिटी परिसर में हंगामा शुरू हो गया। महिला कर्मचारियों के साथ-साथ छात्र संगठन भी मौके पर पहुंच गए और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। कुछ गुस्साई महिलाओं और छात्रों ने सुपरवाइजरों से हाथापाई की कोशिश की, लेकिन यूनिवर्सिटी स्टाफ ने बीच-बचाव कर उन्हें बचा लिया। इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैलने लगा।
यूनिवर्सिटी ने की कार्रवाई, महिला आयोग ने मांगी रिपोर्ट घटना के गंभीर स्वरूप को देखते हुए एमडीयू के कुलपति राजवीर सिंह ने तत्काल जांच के आदेश दिए। दोनों सुपरवाइजरों को निलंबित कर दिया गया है और कुलसचिव ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक आंतरिक जांच कमेटी गठित की है। हरियाणा राज्य महिला आयोग ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए रोहतक के एसपी और एमडीयू कुलपति को पत्र लिखा है। आयोग ने इस पूरे मामले पर 5 दिन के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। यह घटना कार्यस्थल पर महिलाओं के सम्मान और निजता की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाती है।