सीज फायर पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर का बड़ा बयान,
कहा-भारत-पाकिस्तान ने आपसी बातचीत से रोकी गोलीबारी
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
Ceasefire: भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए सीजफायर को लेकर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बड़ा बयान दिया है। नीदरलैंड्स की मीडिया को दिए गए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम आपसी बातचीत से संभव हुआ। हालांकि उनका यह बयान उस समय सामने आय है जब अमेरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल हे में फिर से युद्ध वीराम का श्रेय लिया है। जिसके बाद उनके इस बयान को लेकर अंतरराष्ट्रिय गलियों में चर्चाओं का माहौल गर्म है।
बातचीत से सुलझा मामला
इस दौरान एस. जयशंकर ने बताया कि जब सीमा पर गोलीबारी बढ़ गई थी, तब भारत ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया था कि, “यदि वह संघर्षविराम चाहता है, तो उसे भारत के जनरल से सीधे संपर्क करना होगा।”
हॉटलाइन पर बात के बाद बनी सहमती
जयशंकर ने आगे बताया कि भारत और पाकिस्तान के पास एक "हॉटलाइन" है, जिसके जरिए दोनों देशों की सेनाएं एक-दूसरे से सीधे बात कर सकती हैं। इसी माध्यम से 10 मई को पाकिस्तान की सेना ने भारत को संदेश भेजा कि वे गोलीबारी रोकना चाहते हैं। इसके बाद दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच बातचीत हुई और संघर्षविराम पर सहमति बनी।
अमेरिका समेत कई देश थे सक्रिय
इस दौरान, जब जयशंकर से यह पूछा गया कि क्या अमेरिका की इस प्रक्रिया में कोई भूमिका थी, तो उन्होंने कहा कि अमेरिका के अलावा कुछ अन्य देश भी प्रयास कर रहे थे। लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट किया कि गोलीबारी रोकने का निर्णय भारत और पाकिस्तान ने आपस में बातचीत करके लिया, न कि किसी तीसरे देश के हस्तक्षेप से।
अमेरिका के नेताओं से भी हुई थी बात
हालांकि जयशंकर ने माना कि अमेरिका के नेता भारत से संपर्क में थे। उन्होंने कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने उनसे फोन पर बात की थी। इसके अलावा अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया था। लेकिन फैसला भारत और पाकिस्तान ने मिलकर किया, इसमें किसी बाहरी देश की निर्णायक भूमिका नहीं थी।