इंडिया के बल्लेबाज़ी संकट से टूट सकता 30 साल पुराना रेकॉर्ड,
साउथ अफ्रीका ने बनाई 400 की लीड
1 months ago Written By: Aniket prajapati
गुवाहाटी टेस्ट में टीम इंडिया कठिन हालातों से जूझ रही है। पहले मैच में कोलकाता में हार के बाद दूसरी पारी में भी भारतीय बल्लेबाज़ संघर्ष कर रहे हैं और साउथ अफ्रीका ने दूसरी टेस्ट में 400 से अधिक की मजबूत लीड बना ली है। इस सीरीज में अभी तक किसी भी भारतीय खिलाड़ी ने शतक नहीं बनाया है। अगर गुवाहाटी की आखिरी पारी में भी कोई भारतीय शतक नहीं बना पाया तो यह करीब 30 साल में पहली बार होगा जब घरेलू टेस्ट सीरीज में भारतीय बल्लेबाज़ शतक से वंचित रहेंगे। टीम को अब किसी तरह मैच बचाने या कम-से-कम शतकीय पारी देखने की उम्मीद है।
ऑस्ट्रेलियाई नहीं — इस बार बल्लेबाज़ी ने लगाई धोखा कोलकाता टेस्ट में टीम इंडिया की हालत खराब रही — पहली पारी में केवल 189 रन और दूसरी पारी में टीम सिर्फ 93 पर ढेर हुई। इन खराब प्रदर्शनों ने टीम की स्थिति कमजोर कर दी। गुवाहाटी में भी पहली पारी में भारत ने 201 रन बनाए, जो पर्याप्त नहीं साबित हुआ। कुल मिलाकर भारतीय बल्लेबाज़ों की निरंतरता गायब है और बड़े स्कोर की कमी टीम के लिए चिंताजनक संकेत है।
गुवाहाटी: पिच ने बदल दी तस्वीर, स्पिनरों को मिली मदद गुवाहाटी के चौथे दिन पिच पर स्पिनरों को मदद मिलना शुरू हुआ है। पहले पेसरों को थोड़ा फायदा था, लेकिन अब हालत ऐसी बन रही है कि स्पिन गेंदबाज़ी हावी हो रही है। साउथ अफ्रीका ने यहां की पिच का लाभ उठाकर दिक्कत वाली लीड बना ली है और आखिरी पारी में भारत के लिए बचाव या शतक बनाना और भी मुश्किल होता दिखाई दे रहा है।
शतक का सिलसिला टूटने का खतरा और अर्थ इस सीरीज में अभी तक कोई भारतीय शतक नहीं दिखा। अगर अंतिम पारी में भी कोई खिलाड़ी शतक नहीं बना पाया तो घरेलू सीरीज में 30 साल से चल रहे एक सुखद परंपरा का अंत हो सकता है — और यह मानसिक तौर पर टीम पर बड़ा दबाव डाल सकता है। शतकीय पारियां बनीं तो कम-से-कम उम्मीद ज़िंदा रहेगी, वरना आलोचना और सवालों का सामना करना पड़ेगा।
आगे क्या देखना होगा अब भारत की उम्मीद आखिरी पारी में किसी बड़े स्कोर की है चाहे वह शतक ही क्यों न हो ताकि टीम का आत्मविश्वास बहे। गति, शॉर्ट पिच और स्पिन से निपटना होगा; कप्तान और कोच को जल्दी-से-जल्दी रणनीति बदलनी होगी। वरना, इस घरेलू सीरीज का नतीजा भारतीय बल्लेबाज़ों के लिए कड़ा और स्मरणीय (गलत मायने में) रहेगा।