गुवाहाटी टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजी लड़खड़ाई,
तीसरे दिन 102/4 पर पहुंची टीम इंडिया
1 months ago Written By: Aniket Prajapati
गुवाहाटी टेस्ट के तीसरे दिन भारतीय टीम की बल्लेबाजी पूरी तरह दबाव में दिखाई दी। साउथ अफ्रीका की टीम ने पहली पारी में 489 रन बनाकर मैच पर अपनी मजबूत पकड़ बना ली थी। इसके बाद उम्मीद थी कि गुवाहाटी की पिच भारतीय बल्लेबाजों के लिए मददगार साबित होगी, क्योंकि अफ्रीका की पारी के दौरान विकेट बैटिंग के लिए काफी अच्छा दिख रहा था। लेकिन भारतीय बल्लेबाज जब मैदान पर आए तो लगता था जैसे पिच रातों-रात बदल गई हो। टीम इंडिया ने चाय तक चार विकेट पर सिर्फ 102 रन बनाए। इस तरह भारत अभी भी दक्षिण अफ्रीका से 387 रन पीछे है। कप्तान केएल राहुल की रणनीति भी काम नहीं कर पा रही है और लगातार अंतराल पर विकेट गिरते रहे।
राहुल की धीमी शुरुआत और पहला झटका दिन की शुरुआत में कप्तान केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल ने संभलकर बल्लेबाजी की। दोनों ने स्पिनर्स के सामने कोई जोखिम नहीं लिया। हालांकि राहुल शुरुआत से ही सहज नहीं लग रहे थे। केशव महाराज की गेंद उनके बल्ले से लगकर स्लिप में गई, जहां ऐडन मार्कराम ने कैच पूरा किया। इसके साथ ही 65 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी का अंत हो गया। यह भारत की अब तक की सबसे बड़ी पार्टनरशिप रही।
यशस्वी ने दिखाया दम, लेकिन साथी खिलाड़ी नहीं टिक सके यशस्वी जायसवाल ने बेहतरीन स्ट्रोक खेले और दिखाया कि पिच में कोई खास समस्या नहीं है। उन्होंने हार्मर को लगातार स्वीप किया और महाराज की गेंद पर काउ कॉर्नर के ऊपर से छक्का भी जड़ा। लेकिन उनके आउट होते ही भारतीय पारी लड़खड़ा गई। जायसवाल शॉट को सही समय से नहीं खेल सके और हार्मर की गेंद पर कैच दे बैठे। साई सुदर्शन (15) भी ज्यादा देर टिक नहीं सके। स्पिन के खिलाफ उनकी कमजोरी फिर सामने आ गई। उन्होंने पुल शॉट खेलते हुए मिड ऑफ पर रिकटलटेन को कैच दे दिया।
जुरेल बिना खाता खोले लौटे चौथे नंबर पर उतरे ध्रुव जुरेल भी शून्य पर आउट होकर पवेलियन लौट गए। मार्को यानसेन की गेंद उनकी उम्मीद से धीमी आई और वह गलत टाइमिंग के कारण कैच दे बैठे। कैच महाराज ने पकड़ा और भारत चौथा विकेट भी गंवा बैठा। भारत की हालत तीसरे दिन बेहद कठिन नजर आ रही है। अब अगले दिन टीम की जिम्मेदारी निचले क्रम पर होगी कि वह किसी तरह संघर्ष करे।