रवींद्र जडेजा ने फिर रचा इतिहास — साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट में पूरे किए 50 विकेट,
लेकिन टीम इंडिया दबाव में
1 months ago Written By: Aniket Prajapati
गुवाहाटी (बरसापारा) भारत और साउथ अफ्रीका के बीच चल रहे गुवाहाटी टेस्ट के चौथे दिन तक भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में 50 विकेट का मुकाम हासिल कर लिया। यह उपलब्धि जडेजा को उन चुनिंदा भारतीय गेंदबाज़ों की सूची में शामिल कर देती है जिन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ इतने विकेट लिए हैं। हालांकि व्यक्तिगत उपलब्धि के बीच टीम इंडिया पूरी तरह से मुश्किलों में फँसी नजर आ रही है, क्योंकि मेहमान टीम ने मैच में अब तक करीब 500 से अधिक की रीड बना ली है और भारतीय बल्लेबाजी लगातार संघर्ष कर रही है।
जडेजा की उपलब्धि भारत के दिग्गजों के साथ शामिल नाम रवींद्र जडेजा ने इस श्रृंखला में लगातार प्रभावी प्रदर्शन किया और साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट में अपना 50वां शिकार पूरा किया। अब वह ऐसे पांचवें भारतीय गेंदबाज़ बन चुके हैं जिन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट में 50 या उससे अधिक विकेट लिए हैं। इस सूची में जवागल श्रीनाथ, हरभजन सिंह, अनिल कुंबले और रवि अश्विन जैसे नाम पहले से मौजूद थे। जडेजा ने खासकर स्पिन की मदद मिलने पर महत्वपूर्ण सफलता पाई और घरेलू पिचों पर साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज़ों को चपेट में लिया।
मैच की हालत साउथ अफ्रीका की बड़ी लीड गुवाहाटी टेस्ट में साउथ अफ्रीका पहले बल्लेबाज़ी कर 489 रन बना चुकी है। जवाब में टीम इंडिया पहली पारी में मात्र 201 रन पर ऑल आउट हो गई। मेहमानों ने अपनी दूसरी पारी में चौथे दिन के लंच तक 220 रन बना लिए जिससे उनकी कुल लीड 500 से ऊपर जा चुकी है। इतनी बड़ी लीड और पिच पर स्पिनरों को मदद मिलने की खबरों के बीच टीम इंडिया के लिए वापसी की उम्मीदें बहुत कम दिख रही हैं। पहले दोनों पारियों में भारतीय बल्लेबाज़ों का संघर्ष जारी रहा और किसी भी खिलाड़ी की बड़ी शतकीय पारी न बन पाना चिंता की बात बनी हुई है।
आगे क्या होगा भारत के सामने कठिन चुनौती इतनी बड़ी लीड के साथ साउथ अफ्रीका पास आसान जीत का विकल्प है। टीम इंडिया को बचाव के लिए अपनी दूसरी पारी में किसी भी हाल में स्थिति संभालनी होगी और साउथ अफ्रीका की बल्लेबाज़ी को रोकने की जरूरत है। व्यक्तिगत तौर पर जडेजा की 50 विकेट की उपलब्धि महत्वपूर्ण है, पर वर्तमान मैच में टीम के लिए परिणाम की चिंता सबसे बड़ी प्राथमिकता बनी हुई है।