जीसस ने आज मदद नहीं की…
वर्ल्ड कप हीरो जेमिमा रोड्रिग्स पर घटिया कमेंट्स कर ट्रोल्स ने पार की मर्यादा की सीमा
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
आईसीसी महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 के सेमीफाइनल में भारत की स्टार बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिग्स ने अपनी दमदार पारी से देश का दिल जीत लिया। उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 127 रनों की शानदार पारी खेली और टीम को फाइनल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। मैच खत्म होने के बाद उन्होंने कहा, मैं यीशु का धन्यवाद करना चाहती हूं, मैं ये सब अपने दम पर नहीं कर सकती थी। यह बयान किसी भावनात्मक कृतज्ञता का प्रतीक था, लेकिन सोशल मीडिया पर कुछ लोगों को ये बात पसंद नहीं आई। रविवार, 2 नवंबर को फाइनल में जब उनका बल्ला कुछ खास नहीं चला, तो एक नफरती गिरोह सक्रिय हो गया और उनके धर्म को लेकर उन्हें ट्रोल करने लगा।
जीसस ने आज मदद नहीं की? — ट्रोल्स की ओछी हरकतें फाइनल मुकाबले में साउथ अफ्रीका की गेंदबाज अयाबोंगा खाका ने जेमिमा रोड्रिग्स का विकेट लिया। इसके बाद सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने भद्दे कमेंट किए। एक यूजर ने लिखा, जीसस ने आज मदद नहीं की?, जबकि दूसरे ने कहा, आज जीसस खाका के साथ हैं। दरअसल, जेमिमा ने सेमीफाइनल के बाद अपने ईश्वर के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया था। उन्होंने किसी का अपमान नहीं किया, न किसी धर्म पर टिप्पणी की। इसके बावजूद ट्रोल्स ने उनके बयान को निशाना बना डाला। यही मानसिकता खिलाड़ियों की मेहनत को नहीं, उनकी आस्था को आंकती है।
18 साल में किया डेब्यू, मुश्किल वक्त में खेली ऐतिहासिक पारी जेमिमा रोड्रिग्स ने सिर्फ 18 साल की उम्र में भारतीय टीम के लिए डेब्यू किया था। लेकिन उनके करियर में उतार-चढ़ाव भी आए। टीम से बाहर होना, वापसी करना और दबाव में खेलना आसान नहीं होता। सेमीफाइनल की यह पारी तब आई जब वे मानसिक तनाव में थीं और टीम में अपनी जगह को लेकर भी असमंजस था। फिर भी उन्होंने वो खेल दिखाया जिसने उन्हें इतिहास में अमर कर दिया।
खेल जोड़ता है, धर्म नहीं तोड़ता खेल की असली खूबसूरती यही है कि यह धर्म, भाषा और पहचान से ऊपर उठकर लोगों को जोड़ता है। जेमिमा ने मैदान पर अपनी मेहनत और विश्वास से देश को गौरवान्वित किया। लेकिन ट्रोल्स ने एक बार फिर साबित किया कि सबसे मुश्किल मुकाबला मैदान पर नहीं, बल्कि समाज की सोच से लड़ा जाता है।