नीले ड्रम और सूटकेस के बाद पति हत्या में नए तरीके की एंट्री,
पूर्व DGP को मारने के लिए पत्नी ने रची खौफनाक साजिश
9 days ago
Written By: NEWS DESK
नीले ड्रम और सूटकेस के बाद पतियों की हत्या के मामलों में अब नए तरीके के तौर पर मिर्ची पाउडर की एंट्री हुई है। यहां लोगों की रक्षा करने वाले महकमे के पूर्व मुखिया भी अब इससे अछूते नहीं हैं। यानी पुलिस महकमे के पूर्व मुखिया पर भी अब अपनी पत्नियों से जान का संकट गहराने लगा है। हम बात कर रहे हैं कर्नाटक के पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की हत्या के मामले की, जिसमें पुलिस ने उनकी पत्नी पल्लवी द्वारा उनकी हत्या किए जाने का खुलासा किया है। पुलिस का मानना है कि इस सनसनीखेज वारदात को उनकी पत्नी पल्लवी ने अंजाम दिया। पल्लवी ने चाकू से हमला करने से पहले ओम प्रकाश के चेहरे पर मिर्च पाउडर फेंका था और फिर चाकुओं से गोदकर मार डाला। हालांकि इसकी पुष्टि के लिए पुलिस साक्ष्य जुटा रही है। फिलहाल पुलिस आरोपी पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। यह पूरा मामला कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के पॉश इलाके एचएसआर लेआउट का है, जहां रविवार को पूर्व डीजीपी का शव उनके तीन मंजिला घर के ग्राउंड फ्लोर पर खून से लथपथ पाया गया।
कैसे की निर्मम हत्या
मिली जानकारी के मुताबिक, पति-पत्नी के बीच तीखी बहस के बाद पल्लवी ने ओम प्रकाश के चेहरे पर मिर्च पाउडर फेंका। जब वे जलन से तड़प रहे थे, तभी पल्लवी ने उन पर ताबड़तोड़ चाकू से वार किए, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। हत्या के बाद पल्लवी ने अपने दोस्त को वीडियो कॉल कर कहा — "मैंने राक्षस को मार दिया।"
संपत्ति विवाद और मानसिक बीमारी भी वजह
बताया जा रहा है कि दंपति के बीच अक्सर झगड़े होते थे। इसके अलावा कर्नाटक के दांडेली में एक जमीन से जुड़ा विवाद भी इस हत्या का कारण माना जा रहा है। कुछ महीने पहले पल्लवी ने इसी को लेकर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की थी। सूत्रों के अनुसार, पल्लवी सिजोफ्रेनिया की मरीज थी और इलाज करवा रही थी।
गृह मंत्री ने कहा — जांच से सामने आएगी सच्चाई
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि इस मामले की गहन जांच जारी है और जल्द ही पूरी सच्चाई सामने लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि जांच अधिकारी अभी तक हत्या के पीछे के कारणों की आधिकारिक जानकारी साझा नहीं कर पाए हैं।
बिहार के मूल निवासी थे ओम प्रकाश
दरअसल, 68 वर्षीय ओम प्रकाश बिहार के चंपारण जिले के रहने वाले थे। उन्होंने भूविज्ञान में मास्टर डिग्री ली थी। 1 मार्च 2015 को उन्हें कर्नाटक का पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया था।