बेल्जियम में गिरफ्तार PNB लोन धोखाधड़ी का आरोपी मेहुल चोकसी, प्रत्यर्पण प्रक्रिया तेज,
चोकसी पर भारत का शिकंजा
16 days ago
Written By: NEWS DESK
नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक (PNB) लोन धोखाधड़ी मामले के मुख्य आरोपी और हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, भारतीय जांच एजेंसियों के अनुरोध पर 12 अप्रैल 2025 को यह गिरफ्तारी की गई। फिलहाल, मेहुल चोकसी बेल्जियम की जेल में बंद है और भारत ने उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया तेज कर दी है।
न्यायिक प्रकिया पूरी होने तक बेल्जियम जेल में रहेगा चोकसी…
बेल्जियम के विदेश मंत्रालय ने चोकसी की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि उसे न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने तक जेल में रखा जाएगा। भारत ने पिछले साल ही CBI के ज़रिए चोकसी के प्रत्यर्पण का अनुरोध किया था। माना जा रहा है कि अब बेल्जियम में कानूनी प्रक्रिया पूरी होते ही उसे भारत भेजने का रास्ता साफ हो सकता है।
चोकसी ने बेल्जियम में मांगी जमानत…
गिरफ्तारी के बाद मेहुल चोकसी ने कोर्ट में अपनी खराब सेहत का हवाला देते हुए जमानत की मांग की है। उसकी ओर से कहा गया है कि वह इलाज के लिए बेल्जियम आया था और अपनी पत्नी प्रीति चोकसी के साथ एंट्वर्प में रह रहा था। रिपोर्ट्स के अनुसार, चोकसी बेल्जियम से स्विट्जरलैंड भागने की तैयारी कर रहा था, तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
दो पुराने वारंटो के आधार पर हुई गिरफ्तारी…
दरअसल चोकसी को गिरफ्तार करते वक्त पुलिस ने मुंबई की अदालत द्वारा जारी दो गिरफ्तारी वारंट का हवाला दिया। ये वारंट क्रमशः 23 मई 2018 और 15 जून 2021 को जारी हुए थे। इसी आधार पर बेल्जियम पुलिस ने यह कार्रवाई की है।
वकील ने प्रत्यर्पण रोकने की दी दलील…
मेहुल चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने बताया कि उनका मुवक्किल बेल्जियम कोर्ट में जमानत और हिरासत में न रखने की अपील करेगा। वकील ने कहा कि चोकसी की हालत गंभीर है, वह कैंसर का इलाज करा रहा है और भारत की जेलों की स्थिति बेहद खराब है। साथ ही, यह मामला राजनीतिक रंग लिए हुए है ऐसे में प्रत्यर्पण नहीं होना चाहिए।
रेजिडेंसी कार्ड भी पत्नी की मदद से हासिल किया…
खबर यह भी है कि मेहुल चोकसी ने 15 नवंबर 2023 को बेल्जियम का 'F रेजिडेंसी कार्ड' हासिल कर लिया था। इसे उसने अपनी बेल्जियन नागरिक पत्नी की मदद से लिया। इस दौरान उसने फर्जी दस्तावेज देकर अपनी भारतीय और एंटीगुआ की नागरिकता छिपाई थी, ताकि प्रत्यर्पण से बच सके।
पहले एंटीगुआ, फिर डोमिनिका भागा था…
गौरतलब हो कि 2018 में भारत छोड़ने से पहले ही चोकसी ने 2017 में एंटीगुआ-बारबुडा की नागरिकता ले ली थी। मई 2021 में वह एंटीगुआ से डोमिनिका पहुंचा, जहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया। डोमिनिका में 51 दिन जेल में रहने के बाद उसे राहत मिली और वापस एंटीगुआ भेज दिया गया। उस वक्त भी भारत की CBI टीम प्रत्यर्पण के लिए डोमिनिका पहुंची थी।
नीरव मोदी भी इस घोटाले में आरोपी…
दरअसल मेहुल चोकसी का भतीजा नीरव मोदी भी इस 13,850 करोड़ रुपए के घोटाले में सह-आरोपी है। फिलहाल, वह लंदन की जेल में बंद है और प्रत्यर्पण की कार्रवाई का सामना कर रहा है।