मुंबई में मोनोरेल हादसा: टेस्टिंग के दौरान पटरी से उतरा ट्रेन का पहला डिब्बा,
बड़ा हादसा टला
1 months ago Written By: Aniket Prajapati
मुंबई में महाराष्ट्र मेट्रो रेल प्राधिकरण (MMRDA) की मोनोरेल ट्रेन के साथ आज सुबह टेस्टिंग के दौरान गंभीर हादसा हो गया। ट्रेन पटरी से उतर गई और उसका आगे का हिस्सा हवा में उठ गया। गनीमत रही कि टेस्टिंग के दौरान मोनोरेल में कोई यात्री सवार नहीं था, अन्यथा यह हादसा बड़ा रूप ले सकता था। घटना के तुरंत बाद MMRDA और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। फायर ब्रिगेड के अधिकारियों के अनुसार यह हादसा सुबह लगभग 9 बजे हुआ। दुर्घटना के समय मोनोरेल में मौजूद दो क्रू मेंबर्स को समय रहते बचा लिया गया। शुरुआती जानकारी के मुताबिक ट्रेन सिग्नलिंग टेस्टिंग के दौरान पटरी से उतर गई, जिससे मोनोरेल को काफी नुकसान हुआ।
मोनोरेल कैसे हुई हादसे का शिकार? मोनोरेल पटरी से उतरकर स्ट्रक्चर से टकराई और आगे बढ़ने में असमर्थ हो गई। गनीमत रही कि ट्रेन में कोई यात्री नहीं था, लेकिन हादसे में मोटरमैन घायल हुआ। मौके पर पहुंची बचाव टीम ने उसे समय रहते सुरक्षित बाहर निकाल लिया। हादसे की वजह से ट्रेन का अलाइनमेंट भी क्षतिग्रस्त हो गया।
हवा में उठ गया मोनोरेल का हिस्सा सामने आए वीडियो में साफ दिख रहा है कि मोनोरेल का आगे का हिस्सा हवा में उठ गया और ट्रेन स्ट्रक्चर पर अटक गई। पटरी से उतरने की वजह से मोनोरेल आगे नहीं बढ़ पा रही थी। हादसे के वक्त ट्रेन की टेस्टिंग चल रही थी, इसलिए यात्रियों की जान बच गई। मुंबई में मोनोरेल का संचालन और रखरखाव MMRDA की सहायक कंपनी, महा मुंबई मेट्रो ऑपरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (MMOPC) करती है। मुंबई की मोनोरेल इस साल मानसून के दौरान बार-बार तकनीकी खराबियों और व्यवधान की वजह से 20 सितंबर से सेवा से बाहर है। यह टेस्टिंग यात्रियों के लिए ट्रेन को दोबारा चलाने की तैयारी के लिए की जा रही थी, और तभी यह हादसा हुआ।
मोनोरेल में बार-बार क्यों आ रही खराबी? मुंबई मोनोरेल में तकनीकी खराबियां लगातार चिंता का विषय बनी हुई हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि नियमित रखरखाव और सिग्नलिंग टेस्टिंग में सावधानी बरतना आवश्यक है, ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। आज का हादसा साबित करता है कि मोनोरेल की संचालन प्रक्रिया में सुधार की सख्त जरूरत है।