‘बीजेपी, BSF और सेंट्रल एजेंसियों ने रची साजिश’
-मुर्शिदाबाद हिंसा पर ममता बनर्जी का बड़ा बयान
1 months ago
Written By: NEWS DESK
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल में वक्फ संसोधन कानून के विरोध में हुई हिंसा का ठीकरा भारतीय जनता पार्टी की केंद्र की सरकार, केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों तथा बॉर्डर सिक्योर्टी फ़ोर्स के सर फोड़ा है। ममता ने केंद्र सरकार पर सुरक्षा एजेंसियों तथा BSF के साथ मिलकर बंगला देश से घुसपैठियों को बुलाकर हिंसा करवाने के आरोप लगाए हैं। ममता के इस आरोप के बाद देश भर में इन आरोपों को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।
मुर्शिदाबाद हिंसा को बताया प्री-प्लांड
कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में बुधवार को आयोजित इमामों की सभा में ममता बनर्जी ने कहा कि मुर्शिदाबाद में जो हिंसा हुई, वह प्री-प्लांड थी। इसके पीछे भाजपा, BSF और केंद्रीय एजेंसियों की साजिश थी। उन्होंने आरोप लगाया कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को बुलाकर दंगे करवाए गए।
योगी आदित्यनाथ पर पलटवार
ममता ने यूपी के सीएम योगी आदित्य नाथ पर भी जमकर निशाना साधा है। दरअसल, मंगलवार को यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने बंगाल हिंसा को लेकर कहा था कि ‘बंगाल जल रहा है और ममता बनर्जी चुप हैं। दंगाइयों को शांति दूत कहा जा रहा है। दंगाइयों का इलाज डंडा है।’ इसके जवाब में ममता ने कहा, ‘हम धर्मनिरपेक्षता में यकीन रखते हैं, लेकिन बीजेपी दंगा फैलाकर देश को नुकसान पहुंचा रही है।’ उन्होंने आगे कहा यूपी के सीएम योगी बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं। वह सबसे बड़े भोगी हैं। महाकुंभ में कई लोगों की जान चली गई। उत्तर प्रदेश में मुठभेड़ों में कई लोग मारे गए। योगी लोगों को रैलियां नहीं निकालने देते।
BSF और केंद्र पर भी निशाना
ममता ने कहा कि ‘बॉर्डर की सुरक्षा राज्य सरकार की जिम्मेदारी नहीं है। BSF और केंद्र सरकार को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।’ उन्होंने PM मोदी से वक्फ कानून को रोकने और गृह मंत्रालय को कंट्रोल में रखने की भी मांग की।
बांग्लादेशी कट्टरपंथियों का कनेक्शन
खुफिया रिपोर्ट के हवाले से सामने आया है कि मुर्शिदाबाद हिंसा में बांग्लादेश के कट्टरपंथी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (ABT) का हाथ था। पुलिस ने इस मामले में अब तक 300 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है।
मुआवजा और जांच के आदेश
ममता बनर्जी ने हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया। साथ ही राज्य के मुख्य सचिव को BSF की भूमिका की जांच के आदेश दिए।
BSF तैनाती से हालात काबू
हिंसाग्रस्त मुर्शिदाबाद में BSF और CRPF की तैनाती के बाद अब हालात सामान्य हो रहे हैं। स्थानीय लोग BSF की स्थायी तैनाती की मांग कर रहे हैं।
NCW ने भी बनाई जांच कमेटी
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने भी मुर्शिदाबाद हिंसा की जांच के लिए एक कमेटी बनाई है। आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर खुद मौके का दौरा करेंगी और पीड़ितों से मुलाकात कर रिपोर्ट सौंपेंगी।