सुप्रीम कोर्ट की चीफ जस्टिस से PM बनने तक: हाईजैकर पति और BHU की पढ़ाई वाली सुशीला कार्की,
Gen Z ने चुना अंतरिम प्रधानमंत्री
8 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Nepal News: सात सितंबर 2025 को नेपाल में युवा वर्ग ने लोकतंत्र और भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़े आंदोलन के बीच सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में चुना। देश में हिंसा और जेल तोड़कर भागे कैदियों की स्थिति के बावजूद, Gen Z ने सुशीला कार्की पर भरोसा जताया। 73 वर्षीय सुशीला कार्की पहले नेपाल की सुप्रीम कोर्ट की चीफ जस्टिस रह चुकी हैं और अब उनका अनुभव लोकतंत्र को स्थिर करने के लिए काम आएगा।
पंचायती व्यवस्था से लोकतंत्र की ओर
1960 में राजा महेंद्र ने बीपी कोइराला की सरकार को हटा कर 'पंचायत' नामक पूर्ण राजतंत्र लागू किया। राजनीतिक पार्टियों पर पाबंदी लगाई गई और सारे अधिकार राजा के पास चले गए। 1990 में नेपाली कांग्रेस और वामपंथी दलों ने आंदोलन शुरू किया, जिससे बहुदलीय लोकतंत्र लौटा। इस पृष्ठभूमि में सुशीला कार्की ने विराटनगर जेल में अपने अनुभवों को 'कारा' नामक पुस्तक में दर्ज किया।
सुशीला कार्की का करियर
सुशीला कार्की ने वकालत की शुरुआत 1979 में की और धीरे-धीरे सुप्रीम कोर्ट की स्थाई जस्टिस बनीं। 2012 में भ्रष्टाचार में फंसे मंत्री जय प्रकाश गुप्ता को जेल भेजा। अप्रैल 2016 में वे कार्यवाहक चीफ जस्टिस बनीं और बाद में नेपाल की पहली महिला चीफ जस्टिस बनीं। हालांकि, 2017 में महाभियोग प्रस्ताव के कारण उन्हें निलंबित किया गया, लेकिन जनता और न्याय की उम्मीद के चलते उनका नाम इतिहास में दर्ज हुआ।
राजनीतिक और व्यक्तिगत सफर
सुशीला ने BHU, वाराणसी से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री ली। उनके पति दुर्गा सुबेदी, उनके शिक्षक रह चुके, उनका जीवनसाथी बने। 1973 में नेपाल एयरलाइंस हाईजैक के दौरान लोकतंत्र की स्थापना में उनकी ओर से जुड़ेप्रयासों ने उन्हें आगे चलकर राजनीतिक और न्यायिक क्षेत्र में मजबूत बनाया।
प्रधानमंत्री बनने की राह
10 सितंबर को Gen Z ने ऑनलाइन मीटिंग में उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए समर्थन दिया। 2500 से ज्यादा हस्ताक्षरों के साथ उन्हें लिखित समर्थन मिला। अब उन्हें सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिग्देल और राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल की मंजूरी के बाद शपथ लेनी होगी। नेपाल में लोकतंत्र को फिर से आकार देने की जिम्मेदारी अब सुशीला कार्की के कंधों पर है, और दुनिया की नजर उनके कदमों पर टिकी है।