निरंकुश राजतंत्र से नेपाल को दिलाई मुक्ति,
तराई मधेस जागरण अभियान के तहत कपिलवस्तु पहुंचे पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड'
12 days ago
Written By: NEWS DESK
सिद्धार्थनगर : वैश्विक स्तर पर नेपाल को लोकतांत्रिक राज्य के रूप में स्थापित करने, पड़ोसी देशों से मधुर संबंध स्थापित करने, कृषि और किसानों के विकास के साथ-साथ सामाजिक न्याय और सुशासन स्थापित करने में हमारी सरकार ने महती भूमिका निभाई थी। जलवायु समस्या के मुद्दे पर नेपाल के दृष्टिकोण को दुनिया ने सराहा था। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव और मैंने जलवायु संकट के समाधान के लिए प्रयास किया था और एक मंच से विश्व को संबोधित भी किया था।
एक और महा जनआंदोलन की आवश्यकता
उक्त बातें नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी केंद्र) के अध्यक्ष एवं पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल 'प्रचंड' ने तराई मधेस जागरण अभियान के तहत कपिलवस्तु जिले के बहादुरगंज में आयोजित एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि मैं अब सत्तर साल का हो गया हूं। देश के हालिया राजनीतिक हालात को देखकर लगता है कि एक और महा जनआंदोलन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सामंतवाद, निरंकुशता और अन्याय से हमने मुक्ति दिलाई थी। संघीयता, लोकतांत्रिक गणराज्य, धर्मनिरपेक्षता और देश में सुशासन स्थापित करने का कार्य हमने किया था। जनता सामंतवादियों के अत्याचार और निरंकुशता को अभी भी भूली नहीं है। श्री प्रचंड ने कहा कि आज चारों तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है। किसानों को उनके उत्पादन का मूल्य नहीं मिल रहा है। ईमानदार कर्मचारियों को बर्खास्त किया जा रहा है। बिचौलिए और दलाल आम जनता का शोषण कर रहे हैं। अपने कार्यकाल में भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने का काम किया था। भूमाफियाओं के खिलाफ अभियान चलाया था। नागरिकता की समस्या का समाधान भी उनके कार्यकाल में ही किया गया। लाखों युवाओं को नागरिकता प्रदान की गई।
गठबंधन से गया गलत संदेश
श्री प्रचंड ने कहा कि भारत के साथ विद्युत परियोजना, कृषि, व्यापार आदि महत्वपूर्ण विषयों पर समझौते किए थे। इन समझौतों से देश में ऊर्जा और कृषि का उत्पादन बढ़ा और किसानों को इसका लाभ मिला। यही नहीं, नेपाल, बांग्लादेश और भारत के साथ त्रिपक्षीय विद्युत परियोजना पर दीर्घगामी परिणाम के लिए समझौते भी किए गए। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि नेकपा (एमाले) और नेपाली कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाना उचित नहीं था। जनता में इसका गलत संदेश गया है। आज हम एक नंबर की पार्टी बनने की ओर अग्रसर हैं। स्थानीय चुनावों में उनकी पार्टी ने बेहतर प्रदर्शन किए हैं। अबकी बार बैसाखी की नहीं, अपने बल पर सरकार बनाएंगे। देश में न्याय का शासन होगा। जनसभा के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल 'प्रचंड' ने नेकपा (माओवादी केंद्र) में शामिल होने वाले कार्यकर्ताओं का स्वागत एवं सम्मान किया