75 की उम्र में भी अडिग: क्यों नरेंद्र मोदी भारतीय राजनीति के सबसे बड़े चेहरे हैं,
ये है ख़ास वजह
2 days ago Written By: Ashwani Tiwari
PM Narendra Modi Birthday: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज जन्मदिन है। 75 साल की उम्र में और 11 साल तक देश का नेतृत्व करने के बाद भी उनके कदम थमे नहीं हैं। मोदी अभी भी नई चुनौतियों के लिए तैयार हैं और राजनीति में उनकी ताकत सबसे ऊंचे पायदान पर है। उनके जीवन का सफर गांवों की गरीबी, सेवा और संघर्ष से होकर गुजरा है। मुश्किलों को पार करने की उनकी कला ही उन्हें सबसे अलग बनाती है। जो लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ काम कर चुके हैं, कहते हैं कि यही मोदी का जादू है, जो उन्हें हर स्थिति में अटल रखता है।
चुनावों में मोदी का असर और जनता से जुड़ाव आज भी बीजेपी की चुनावी उम्मीदें सबसे ज्यादा नरेंद्र मोदी पर टिकी रहती हैं। चाहे 2018 में त्रिपुरा की ऐतिहासिक जीत हो, 2017 और 2022 में उत्तर प्रदेश की सफलता हो या 2024 में ओडिशा में धमाकेदार प्रदर्शन हर जगह मोदी फैक्टर निर्णायक रहा। जब भी वे चुनावी मैदान में उतरते हैं, पार्टी को बड़ी बढ़त मिलती है। मोदी का तरीका है लोगों की बात ध्यान से सुनना और तुरंत कार्रवाई करना। जैसे मध्य प्रदेश की महिलाओं की LPG की शिकायत सुनने के बाद केंद्र ने एक महीने में सिलेंडर की कीमत घटा दी। इसी तरह जीएसटी कट और आयुष्मान भारत योजना का दायरा बढ़ाने का फैसला भी उनकी पहल से हुआ।
मुश्किल दौर और चुनौतियों से निपटने की ताकत मोदी की असली पहचान उनकी मजबूती है। 2002 के दंगों से लेकर 2014 के चुनाव तक कई बार उन्हें कानूनी और राजनीतिक जाल में फंसाने की कोशिश हुई, लेकिन वे नहीं डिगे। यह ताकत उन्हें RSS के दिनों से मिली। 1979 में मोरबी बाढ़ के दौरान उन्होंने छह हफ्ते तक राहत कार्य किए और मृतकों का अंतिम संस्कार कराया। इमरजेंसी के समय वे गिरफ्तारी से बचने के लिए कभी सिख, कभी स्वामी बनकर घूमते और गुप्त बैठकों की योजना बनाते। उनकी यह जमीनी तैयारी बाद में प्रशासन और राजनीति में काम आई।
आपदाओं से लेकर वैश्विक मंच तक 2001 का कच्छ भूकंप हो, 2006 की सूरत बाढ़ हो या 2014 का कश्मीर बाढ़ संकट मोदी हमेशा घटनास्थल पर मौजूद रहे। कोविड महामारी में भी वे देश के साथ खड़े रहे। विदेश नीति में भी उन्होंने भारत की छवि को नई ऊंचाई दी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडन जैसे नेताओं ने भी उनकी लोकप्रियता को विशेष बताया।