Raghopur Election Result 2025: तीसरे राउंड में BJP आगे,
तेजस्वी यादव दूसरी पायदान पर खिसके
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
Raghopur Election Result 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में राघोपुर सीट एक बार फिर सुर्खियों में है। यह सीट लालू प्रसाद यादव के परिवार का गढ़ मानी जाती है और इस बार यहां से महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार तेजस्वी यादव मैदान में हैं। तीसरे राउंड की मतगणना लगभग पूरी हो चुकी है और शुरुआती रुझानों ने मुकाबले को बेहद रोमांचक बना दिया है। BJP उम्मीदवार सतीश कुमार ने बढ़त बना ली है, जबकि तेजस्वी यादव दूसरे स्थान पर खिसक गए हैं। दोनों के बीच 1,273 वोटों का अंतर है। वहीं, निर्दलीय उम्मीदवार बलिराम सिंह तीसरे स्थान पर और जनसुराज पार्टी के चंचल कुमार चौथे स्थान पर पहुंच गए हैं।
तेजस्वी पिछड़े, BJP के सतीश कुमार आगे राघोपुर सीट पर तीसरे राउंड की गिनती के बाद BJP उम्मीदवार सतीश कुमार पहले स्थान पर पहुंच गए हैं। तेजस्वी यादव अब दूसरे नंबर पर हैं और उनके बीच का अंतर 1,273 वोटों का हो गया है। यह स्थिति RJD के लिए चिंता बढ़ाने वाली है, क्योंकि राघोपुर सीट को लालू परिवार का मजबूत किला माना जाता है।
राघोपुर का राजनीतिक इतिहास और महत्व वैशाली जिले की राघोपुर सीट हाजीपुर लोकसभा का हिस्सा है और इसे बिहार की सबसे हाई-प्रोफाइल सीटों में माना जाता है। 1995 से पहले यह सामान्य सीट थी, लेकिन उस समय चर्चा में आई जब लालू यादव सोनपुर छोड़कर यहां से चुनाव लड़े। इसके बाद राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव भी यहां से चुनाव लड़कर जीत हासिल कर चुके हैं। यह सीट दो पूर्व मुख्यमंत्रियों लालू यादव और राबड़ी देवी और एक पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की कर्मभूमि रही है।
राबड़ी देवी की हार और भाई बनाम भाई की इस बार की लड़ाई 2010 में इस सीट पर बड़ा उलटफेर हुआ था, जब राबड़ी देवी JDU के सतीश यादव से चुनाव हार गई थीं। 1995 के बाद यह पहली बार था जब लालू परिवार को किसी सीट पर हार का सामना करना पड़ा। इस बार मुकाबला और भी दिलचस्प है, क्योंकि तेजस्वी यादव के खिलाफ उनके ही भाई तेज प्रताप ने अपनी पार्टी के उम्मीदवार प्रेम कुमार का समर्थन किया है। तेजस्वी ने महुआ में तेज प्रताप के खिलाफ प्रचार किया था, जिसके बाद तेज प्रताप भी राघोपुर में सक्रिय हो गए।
मतदाताओं का समीकरण और जमीनी हालात राघोपुर में लगभग 31% यादव मतदाता हैं, जो इस सीट को लालू परिवार के लिए सुरक्षित माना जाने का बड़ा कारण है। लेकिन जमीनी समस्याएं आज भी मौजूद हैं। यहां के लोगों को पटना पहुंचने के लिए आज भी डेढ़ किलोमीटर गंगा नदी नाव से पार करनी पड़ती है। इस बार केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय भी BJP उम्मीदवार के लिए वोट मांगते दिखे और एक पकौड़े की दुकान पर पकौड़े तलने तक नजर आए। जिससे स्पष्ट है कि राजनीतिक दल इस सीट को कितनी गंभीरता से ले रहे हैं।