8 गेंदों पर 8 छक्के, 11 बॉल में फिफ्टी…
रणजी के इस खिलाड़ी ने तोड़ दिया 12 साल पुराना रिकॉर्ड
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
देश के सबसे बड़े घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में इस बार ऐसा कारनामा हुआ है, जिसने क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया। मेघालय टीम के 25 वर्षीय खिलाड़ी आकाश कुमार चौधरी ने ऐसा रिकॉर्ड बनाया है जो अब तक किसी ने नहीं किया था। उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ खेलते हुए सिर्फ 11 गेंदों में पचासा (Fastest Fifty in First Class Cricket) जड़ दिया। उनके इस तूफानी प्रदर्शन ने सबको युवराज सिंह के 6 छक्कों की याद दिला दी।
8 लगातार छक्कों से टूटा 12 साल पुराना रिकॉर्ड आकाश ने इस मुकाबले में इंग्लैंड के खिलाड़ी वेन वाइट का 12 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। वेन वाइट ने 2012 में लीसेस्टरशायर की ओर से खेलते हुए एसेक्स के खिलाफ 12 गेंदों में फिफ्टी लगाई थी। अब भारत के इस युवा खिलाड़ी ने उस रिकॉर्ड को तोड़कर इतिहास रच दिया है। आकाश ने अपनी पारी में लगातार 8 छक्के जड़ दिए, जिससे मैदान में बैठे दर्शक भी हैरान रह गए।
निचले क्रम में आकर मचाया धमाल आकाश बल्लेबाजी क्रम में नीचे आते हैं, जहां आमतौर पर खिलाड़ी तेजी से रन जोड़ने की कोशिश करते हैं। जब वे क्रीज पर आए, तब मेघालय का स्कोर 576 रन पर 6 विकेट था। टीम पहले ही मजबूत स्थिति में थी, लेकिन आकाश ने आते ही रफ्तार और बढ़ा दी। उन्होंने आते ही बड़े शॉट्स खेलने शुरू कर दिए और केवल 14 गेंदों में 50 रन बना डाले। उनकी पारी में केवल कुछ ही मिनटों में 8 छक्के और कुछ चौके शामिल थे, जिससे स्कोरबोर्ड की रफ्तार और तेज हो गई।
रेड बॉल क्रिकेट में बना नया इतिहास आकाश की यह पारी सिर्फ रणजी ट्रॉफी में ही नहीं, बल्कि पूरे फर्स्ट क्लास क्रिकेट इतिहास की सबसे तेज फिफ्टी बन गई है। इससे पहले सबसे तेज पचासा जम्मू-कश्मीर के बंदीप सिंह के नाम था, जिन्होंने 15 गेंदों में यह कारनामा किया था। अब आकाश कुमार चौधरी ने उन्हें भी पीछे छोड़ दिया है।
क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बने आकाश आकाश के इस प्रदर्शन ने भारतीय घरेलू क्रिकेट में नई ऊर्जा भर दी है। सोशल मीडिया पर उनकी बैटिंग की खूब तारीफ हो रही है। क्रिकेट फैंस मान रहे हैं कि आने वाले समय में यह युवा बल्लेबाज भारत की बड़ी टीमों में जगह बनाने की पूरी क्षमता रखता है। रणजी ट्रॉफी के इस मुकाबले ने साबित कर दिया कि प्रतिभा देश के हर कोने में मौजूद है, बस मौका मिलने की देर है।