पहलगाम हमले पर वाड्रा के बयान पर विवाद,
कानपुर में कोर्ट में याचिका दायर
1 months ago
Written By: NEWS DESK
Vadra Terror Attack Analysis: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा के बयान ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। कानपुर के निवासी राम नारायन सिंह ने वाड्रा के खिलाफ CJM कोर्ट में याचिका दाखिल की है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उनका बयान समाज में नफरत फैलाने वाला है। जिसके बाद अब इस मामले को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाओं का माहौल गर्म है।
क्या कहा था रॉबर्ट वाड्रा ने?
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा था, “आतंकवादियों ने लोगों की पहचान कर उन्हें निशाना बनाया, क्योंकि उन्हें लगता है कि भारत में मुसलमानों को दबाया जा रहा है। हमारे देश में अल्पसंख्यक खुद को कमजोर और असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। सरकार को चाहिए कि वह साफ संदेश दे कि भारत धर्मनिरपेक्ष है और यहां सभी सुरक्षित हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि “जब पहचान देखकर किसी को मारा जाता है, तो यह सीधे तौर पर प्रधानमंत्री के लिए संदेश है। इससे आतंकवादी संगठनों को लगता है कि हिंदू समुदाय मुसलमानों के लिए समस्या पैदा कर रहा है।”
कानपुर निवासी ने दर्ज कराई याचिका
इस बयान पर आपत्ति जताते हुए राम नारायन सिंह ने वाड्रा के खिलाफ CJM कोर्ट में याचिका दाखिल की है। उनके अधिवक्ता संजय मिश्रा ने बताया कि कोर्ट ने पुलिस से आख्या (रिपोर्ट) मांगी है। पुलिस रिपोर्ट आने के बाद यह तय होगा कि एफआईआर दर्ज होगी या नहीं।
हमले में कानपुर के कारोबारी की भी मौत
गौरतलब हो कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में कानपुर के कारोबारी शुभम द्विवेदी को भी गोली मार दी गई थी। इस हमले में कुल 27 भारतीय नागरिक मारे गए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कांग्रेस नेता राहुल गांधी दोनों ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया।
राजनीतिक और सामाजिक बहस तेज
वाड्रा के बयान को लेकर राजनीतिक गलियारों में बहस छिड़ गई है। एक ओर जहां कुछ लोग इस बायान पर अल्पसंख्यकों के पक्ष की आवाज बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इसे आतंकी हमले को राजनीतिक रंग देने की कोशिश बताया जा रहा है।