बहन का अपमान नहीं करेंगे बर्दाश्त… रोहिणी आचार्य के खुलासे के बाद तेज प्रताप का फूटा गुस्सा,
जयचंदों को दी खुली धमकी
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को मिली करारी हार के बाद अब राजनीतिक झटका लालू प्रसाद यादव के परिवार तक पहुंच गया है। चुनावी नतीजों के बाद पार्टी के भीतर उठे सवालों ने विवाद का ऐसा रूप ले लिया है कि अब लालू परिवार में खुलकर मतभेद सामने आने लगे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने राजनीति और परिवार। दोनों से दूरी बना ली है। उनके इस फैसले से पूरा राजनीतिक माहौल गरमा गया है। वहीं, रोहिणी के आरोपों के बाद तेज प्रताप यादव भी सामने आए और बहन के ‘अपमान’ को लेकर बेहद कड़े शब्दों में नाराजगी जताई है।
रोहिणी आचार्य ने छोड़ी राजनीति और परिवार शनिवार को रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर राजनीतिक जगत और परिवार दोनों से नाता तोड़ने का ऐलान कर दिया। उन्होंने लिखा कि वह राजनीति छोड़ रही हैं और परिवार से भी अलग हो रही हैं। रोहिणी ने इस फैसले के लिए संजय यादव और रमीज को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि इन्हीं दोनों ने उनसे यह कदम उठाने को कहा था और वह पूरा दोष अपने ऊपर ले रही हैं। चुनाव हार के बाद रोहिणी ने देर रात राबड़ी आवास भी छोड़ दिया। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, मेरा अब कोई परिवार नहीं है, उन्होंने ही मुझे निकाला है। दुनिया सवाल कर रही है कि पार्टी का हाल क्यों बिगड़ा, लेकिन कोई जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं।
तेज प्रताप का फूटा गुस्सा, बहन के अपमान को बताया असहनीय रोहिणी के फैसले के बाद तेज प्रताप यादव ने सोशल मीडिया पर लंबा पोस्ट लिखकर अपनी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि उनके साथ जो भी हुआ, वह सह गए, लेकिन बहन के साथ हुआ अपमान किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने लिखा, जबसे मेरी रोहिणी बहन के चप्पल उठाने की खबर सुनी है, दिल की आहत अब आग बन चुकी है। कुछ चेहरों ने तेजस्वी की भी बुद्धि पर परदा डाल दिया है। तेज प्रताप ने आगे कहा कि इस अन्याय का परिणाम भयावह होगा और समय बहुत कठोर होता है। उन्होंने लालू प्रसाद यादव से अपील की कि यदि वे सिर्फ एक संकेत दे दें, तो बिहार की जनता ‘जयचंदों’ को सबक सिखा देगी।
परिवार में बढ़ा तनाव, पार्टी पर भी असर की आशंका महागठबंधन की हार के बाद जिस अंदरूनी कलह की चर्चा थी, अब वह खुलकर बाहर आने लगी है। रोहिणी के अलग होने और तेज प्रताप के कड़े बयान से RJD की राजनीतिक स्थिति पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। बिहार की राजनीति में यह विवाद आने वाले दिनों में और तनाव पैदा कर सकता है।