सिक्किम में लैंडस्लाइड का कहर, सेना के 3 जवान मरे, 6 लापता,
पूर्वोत्तर में भारी बारिश से 37 मौतें
15 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Sikkim Landslide Hits Army Camp: सिक्किम में भारी बारिश के बाद रविवार शाम एक मिलिट्री कैंप लैंडस्लाइड की चपेट में आ गया, जिसमें तीन जवानों की मौत हो गई। यह घटना शाम 7 बजे हुई। मृतकों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि चार अन्य जवान मलबे से जिंदा निकाले गए हैं, जिन्हें मामूली चोटें आई हैं। अभी छह जवान लापता हैं और उनका पता लगाने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है। सेना ने सोमवार को जानकारी देते हुए मृतकों की पहचान हवलदार लखबिंदर सिंह, लांस नायक मनीष ठाकुर और पोर्टर अभिषेक लखाड़ा के रूप में की है। सिक्किम के लाचेन और लाचुंग में फंसे लगभग एक हजार से ज्यादा पर्यटकों को भी बचा लिया गया है।
पूर्वोत्तर में लगातार 4 दिनों से भारी बारिश जारी
पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में पिछले चार दिनों से भारी बारिश हो रही है, जिससे बाढ़ और लैंडस्लाइड जैसी घटनाएं बढ़ गई हैं। इन आपदाओं में अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है। असम में 10 अरुणाचल प्रदेश में 9 मिजोरम में 5 और मेघालय में 6 लोगों की जान गई है। सिक्किम में अक्टूबर 2023 में भी भारी बारिश के कारण बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आई थी, जिसमें 18 लोग मरे और 98 लोग लापता हो गए थे, जिनमें 22 सैनिक भी शामिल थे।
]असम में बाढ़ का कहर, 3.64 लाख लोग प्रभावित
पूर्वोत्तर में राहत और बचाव कार्य के लिए भारतीय सेना, वायु सेना और असम राइफल्स को तैनात किया गया है। असम में 3.64 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। ब्रह्मपुत्र और बराक समेत दस नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मणिपुर में भी भारी बाढ़ आई है, जहां 19,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं और 3,365 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। त्रिपुरा में भी 10,000 से अधिक लोग बाढ़ की मार झेल रहे हैं। मिजोरम की राजधानी आइजोल में 2 जून को भारी बारिश की वजह से सभी स्कूल बंद कर दिए गए। 30 मई से लेकर अब तक मिजोरम में 211 लैंडस्लाइड की घटनाएं हुई हैं।
देश के कई हिस्सों में मौसम का कहर
वहीं राजस्थान के 30 जिलों और मध्य प्रदेश के 50 जिलों में भी बारिश का अलर्ट जारी है। बिहार के वैशाली में रविवार शाम तेज आंधी-बारिश के कारण एक घर गिर गया, जिससे 60 वर्षीय महिला की मौत हो गई। बिहार के नौ जिलों में आंधी-बारिश की चेतावनी जारी है। इस प्रकार देश के कई हिस्सों में भारी बारिश और प्राकृतिक आपदाओं का खतरा बना हुआ है, जिसको लेकर प्रशासन सतर्क है और राहत कार्य जोरों पर चल रहे हैं।