सूर्यकुमार यादव ने एशिया कप ट्रॉफी विवाद पर ली चुटकी,
ऑस्ट्रेलिया T20I सीरीज जीत का जश्न मनाया
1 months ago Written By: ANIKET PRAJAPATI
भारतीय T20I कप्तान सूर्यकुमार यादव ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-1 सीरीज जीत का जश्न मनाते हुए एशिया कप ट्रॉफी विवाद पर हल्की-फुल्की चुटकी ली। ब्रिस्बेन में खेले जाने वाले पांचवें और अंतिम T20I मैच को बारिश के कारण रद्द कर दिया गया। इसी के साथ भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा भी समाप्त हो गया।
ट्रॉफी को छूने का अनुभव खास ब्रिस्बेन में पोस्ट-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सूर्यकुमार यादव ने कहा, “ट्रॉफी को आखिरकार छूने का अनुभव बहुत अच्छा है। जब मुझे सीरीज जीत की ट्रॉफी सौंपी गई, तो इसे अपने हाथों में महसूस किया। कुछ दिन पहले हमारी महिला टीम ने वर्ल्ड कप जीता था और वह ट्रॉफी भी घर वापस आ गई थी। यह बहुत अच्छा लगता है और इस ट्रॉफी को छूना भी खास अनुभव है।”
एशिया कप ट्रॉफी विवाद का पीछे का कारण वहीं, एशिया कप के दौरान ट्रॉफी को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब भारत ने 28 सितंबर को फाइनल जीतने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के प्रमुख मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया। इस पर पीसीबी प्रमुख नाराज हो गए और ट्रॉफी अपने कब्जे में ले ली। तब से भारत को एशिया कप विजेता की ट्रॉफी नहीं मिली है।
मुद्दे को सुलझाने की कोशिशें जारी विवाद को सुलझाने के लिए दोनों क्रिकेट बोर्ड के प्रतिनिधियों ने हाल ही में दुबई में मुलाकात की। बीसीसीआई के सचिव देवजीत सैकिया ने बताया कि ICC सभा के दौरान उन्होंने PCB अध्यक्ष मोहसिन नकवी से बातचीत की। सैकिया ने कहा, “मैं ICC की औपचारिक और अनौपचारिक बैठक का हिस्सा था। PCB अध्यक्ष भी वहां मौजूद थे। औपचारिक बैठक के दौरान यह एजेंडा में नहीं था, लेकिन ICC ने हमारे बीच अलग बैठक करवाई, जिसमें वरिष्ठ ICC अधिकारी भी मौजूद थे। बातचीत की प्रक्रिया शुरू करना वास्तव में अच्छा था। दोनों पक्षों ने बैठक में सौहार्दपूर्ण रूप से भाग लिया। निश्चित रूप से, आने वाले समय में अगर चीजें सकारात्मक तरीके से आगे बढ़ती हैं, तो मुद्दा जल्द ही सुलझ जाएगा।”
क्रिकेट प्रशंसकों में उम्मीद सूर्यकुमार यादव और बीसीसीआई के प्रयासों के बाद अब एशिया कप ट्रॉफी विवाद का समाधान निकट भविष्य में होने की उम्मीद जताई जा रही है। क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह एक राहत की खबर है कि जल्द ही ट्रॉफी भारत की अलमारी में लौट सकती है।