अमेरिका ने वेनेजुएला के पास हवाई क्षेत्र के लिए चेतावनी जारी — B-52 बॉम्बर का ‘अटैक डेमो’,
ड्रग नेटवर्क पर कार्रवाई का आशय
1 months ago
Written By: Aniket Prajapati
अमेरिका ने वेनेजुएला के हवाई क्षेत्र को लेकर कड़ी विमानन चेतावनी जारी कर दी है। यह नोटिस उसी दिन जारी की गई जब तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने B-52 बॉम्बर के इस्तेमाल की अनुमति दी। अमेरिका के संघीय विमानन प्रशासन (FAA) ने दोपहर 1:08 बजे पायलटों, एयरलाइंस और हवाई यातायात कर्मचारियों को चेतावनी दी कि वेनेजुएला के हवाई क्षेत्र में सुरक्षा जोखिम और सैन्य गतिविधि बढ़ी है। चेतावनी में कहा गया कि यह खतरा सभी ऊंचाइयों पर उड़ने वाले विमानों को प्रभावित कर सकता है — गुजर रही, उड़ान भरने या उतरने वाली सभी उड़ानों के लिए जोखिम का हवाला दिया गया है।
B-52 का ‘अटैक डेमो’ और सैन्य परेड
चेतावनी जारी होते ही अमेरिकी वायुसेना ने पुष्टि की कि एक B-52 बॉम्बर ने KC-153 स्ट्रैटोटैंकर और लड़ाकू विमानों के साथ मिलकर दक्षिणी कमान क्षेत्र में बमबारी का प्रदर्शन किया। अधिकारियों ने बताया कि यह तैनाती और प्रदर्शनी नशीले पदार्थों की तस्करी नेटवर्कों को निशाना बनाने के इरादे से की जा रही है। अमेरिका का मानना है कि यह तस्करी नेटवर्क वेनेजुएला से जुड़े हो सकते हैं।
ट्रंप का रुख और मादुरो पर आरोप
ट्रम्प प्रशासन ने कहा कि यह सैन्य दबाव उन नार्को-आतंकवादियों के खिलाफ जरूरी कदम है जिनके बारे में आरोप हैं कि वे मादुरो के शासन के साथ जुड़े हैं। ट्रंप ने बातचीत की संभावना का संकेत तो दिया, लेकिन सैन्य विकल्प को पूरी तरह खारिज नहीं किया। अधिकारियों ने कहा कि यह तैनाती शीत युद्ध के बाद कैरिबियन में सबसे बड़ी मानी जा रही है।
वेनेजुएला का जवाब और अंतरराष्ट्रीय हालात
वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने बातचीत के लिए तैयार रहने का संकेत दिया है, जिससे कूटनीतिक रास्ते खुलने की संभावना बनी हुई है। वहीं अमेरिका ने नामक गिरोह को आतंकवादी घोषित करने की कोशिशें तेज कर दी हैं, जिस पर आरोप है कि वह मादुरो से जुड़ा है। तनाव तब और बढ़ा जब यूएसएस जेराल्ड आर. फोर्ड नामक अमेरिकी युद्धपोत कैरिबियन में तैनात किया गया।
क्या आगे हो सकता है?
विश्लेषक मानते हैं कि अभी स्थिति तनावपूर्ण है — दोनों तरफ सैन्य तैनाती और कड़े रुख के बीच कूटनीति की भी संभावना बनी है। FAA की चेतावनी के चलते वायुयान संचालन पर असर पड़ सकता है और अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनों को रूट या सुरक्षा निर्देश बदलने पड़ सकते हैं। स्थिति पर आगे की कार्रवाई, घोषणा और वार्तालाप पर दुनिया की नज़र टिकी हुई है।