लेफ्टिनेंट नरवाल की पत्नी ने कहा हमें मुसलमानों या कश्मीरियों से नहीं, आतंक से लड़ना है,
देश को दिया ये संदेश
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Pahalgam Attack : भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की 27वीं जयंती पर उनकी पत्नी हिमांशी नरवाल ने शांति और एकता की अपील की। विनय नरवाल 22 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में शहीद हो गए थे। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे। बता दें कि हिमांशी नरवाल, जो गुड़गांव से पीएचडी की छात्रा हैं, उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, मैं चाहती हूं कि पूरा देश उनके लिए प्रार्थना करे, जहां भी वह हों, वह खुश और स्वस्थ रहें। उन्होंने यह भी कहा कि हमें किसी समुदाय के प्रति गुस्सा नहीं फैलाना चाहिए। हम नहीं चाहते कि लोग मुसलमानों या कश्मीरियों के खिलाफ जाएं। हम शांति और केवल शांति चाहते हैं। वहीं उन्होंने न्याय की भी बात की।
करनाल में विनय नरवाल की जयंती पर रक्तदान शिविर
विनय नरवाल की 27वीं जयंती के मौके पर हरियाणा के करनाल में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का आयोजन करनाल स्थित एनजीओ नेशनल इंटीग्रेटेड फोरम ऑफ आर्टिस्ट्स एंड एक्टिविस्ट्स ने किया था। इस मौके पर विनय नरवाल की मां और पत्नी हिमांशी भावुक हो गईं। वे शहीद नौसेना अधिकारी को श्रद्धांजलि देते हुए रो पड़ीं। शिविर में विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि विनय ने अपनी सेवा में देश के लिए अपनी जान दी और वह हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगे।
रक्तदान शिविर से बचेंगी कई जानें
एक वक्ता ने पहलगाम आतंकवादी हमले का जिक्र करते हुए कहा, जहां आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों का खून बहाया, वहीं इस रक्तदान शिविर के जरिए कई जानें बचाई जाएंगी। इस अवसर पर भाजपा विधायक जगमोहन आनंद भी मौजूद थे। विनय और हिमांशी की शादी सिर्फ एक सप्ताह पहले हुई थी, और वे अपनी हनीमून पर पहलगाम गए थे, जब आतंकवादियों ने विनय को नजदीक से गोली मार दी।