विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को कहा अलविदा,
14 साल के शानदार करियर के बाद लिया भावनात्मक फैसला
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Virat Kohli Retires from Test Cricket: भारतीय क्रिकेट के सबसे चमकते सितारों में से एक विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने यह फैसला इंग्लैंड दौरे से ठीक पहले लिया। शनिवार सुबह जैसे ही यह खबर सामने आई क्रिकेट जगत में हलचल मच गई। कोहली ने अपने 14 साल लंबे टेस्ट करियर को अलविदा कह दिया है। उनके इस फैसले ने लाखों फैंस को भावुक कर दिया। कोहली ने 200 टेस्ट पारियों में 9230 रन बनाए। उनका औसत 46.8 रहा। वे भारत के चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले टेस्ट बल्लेबाज़ हैं। उनसे ऊपर सिर्फ सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सुनील गावस्कर हैं।
कोहली ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी
सोमवार को कोहली ने एक पोस्ट में अपने संन्यास की घोषणा की। उन्होंने लिखा 14 साल पहले जब मैंने टेस्ट जर्सी पहनी तो यह सोचा भी नहीं था कि सफर ऐसा होगा। यह सफर बहुत कुछ सिखा गया। उन्होंने कहा सफेद कपड़े पहनकर खेलना मेरे लिए भावनात्मक रहा है। टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का यह फैसला आसान नहीं था लेकिन अब यह सही समय है।
कोहली का आखिरी टेस्ट
कोहली ने आखिरी टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेला। उनके साथ ही रोहित शर्मा और आर अश्विन भी टेस्ट से संन्यास ले चुके हैं। अब इंग्लैंड दौरे पर टीम का अनुभव बहुत कम होगा। रविंद्र जडेजा सबसे अनुभवी खिलाड़ी हो सकते हैं।
कप्तान के तौर पर सुनहरी कामयाबी
कोहली ने 68 टेस्ट में कप्तानी की और 40 में जीत दिलाई। यह भारत के किसी भी कप्तान द्वारा सबसे ज्यादा जीत है। 2018-19 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को उसी की ज़मीन पर हराया। उनकी टीम ने लगातार 5 साल टेस्ट रैंकिंग में पहला स्थान पाया।
यादगार पारी और संघर्ष
कोहली ने अपने करियर की शुरुआत 2011 में की थी। 2014 में इंग्लैंड दौरे पर उनका प्रदर्शन खराब रहा। लेकिन 2018 में उन्होंने शानदार वापसी की। उन्होंने 593 रन बनाए और अपने आलोचकों को जवाब दिया। 2016 में कोहली ने 1215 रन बनाए। इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने 235 रन की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली। 2019 के बाद उनका फॉर्म गिरा लेकिन उन्होंने फिर भी संघर्ष नहीं छोड़ा।
अब सिर्फ वनडे पर ध्यान
कोहली अब केवल वनडे क्रिकेट पर ध्यान देंगे। उनका लक्ष्य 2027 का वर्ल्ड कप है। उन्होंने टेस्ट और टी20 से संन्यास लेकर अब अपना फोकस तय कर लिया है। विराट कोहली का टेस्ट सफर भले खत्म हो गया हो लेकिन उनकी यादें और योगदान हमेशा भारतीय क्रिकेट के इतिहास में चमकते रहेंगे।