उपराष्ट्रपति पद के लिए NDA किसे बनाएगा उम्मीदवार, कब होगी बैठक,
कौन-कौन हैं रेस में, जानिए पूरी डिटेल
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Delhi News: देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफा देने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। सभी की नजरें अब इस पर टिकी हैं कि देश का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा। इस बीच खबर है कि बीजेपी के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन जल्द ही अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर सकता है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे से लौटने के बाद इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। बीजेपी चाहती है कि इस बार उपराष्ट्रपति पद पर भी उसकी पसंद का ही व्यक्ति बैठे, ताकि सदन में कामकाज सुचारू रूप से चले।
एनडीए में नाम तय करने की कवायद शुरू
सूत्रों के अनुसार, बीजेपी ऐसे उम्मीदवार पर विचार कर रही है जिसके पास न केवल राजनीति बल्कि विधायी मामलों का भी अच्छा अनुभव हो। पार्टी की योजना है कि अगला उपराष्ट्रपति ऐसा चेहरा हो जो संसद की गरिमा बनाए रखने के साथ-साथ सरकार के कामकाज को भी बेहतर ढंग से आगे बढ़ा सके। चुनाव आयोग ने उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है और इसके लिए रिटर्निंग ऑफिसर की नियुक्ति भी हो गई है। राज्यसभा महासचिव को रिटर्निंग ऑफिसर बनाया गया है।
425 सांसदों का समर्थन
लोकसभा और राज्यसभा के कुल 782 सांसदों के निर्वाचक मंडल में एनडीए के पास करीब 425 सांसदों का समर्थन है। ऐसे में एनडीए के उम्मीदवार की जीत लगभग तय मानी जा रही है। पार्टी और उसके सहयोगियों की कोशिश है कि वह ऐसा नाम सामने लाएं जो अनुभव के साथ-साथ जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को भी साध सके।
हरिवंश का नाम भी चर्चा में
राज्यसभा के उपसभापति और जेडीयू नेता हरिवंश का नाम भी संभावित उम्मीदवारों में शामिल है। उन्होंने उपसभापति के रूप में सरकार और विपक्ष दोनों से अच्छा तालमेल बनाया है और उनकी निष्पक्षता की सराहना होती रही है। ओबीसी वर्ग से आने वाले हरिवंश का नाम इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि बीजेपी इस वर्ग को साधना चाहती है।
उपराष्ट्रपति का पद क्यों है अहम
उपराष्ट्रपति देश का दूसरा सबसे बड़ा संवैधानिक पद है और वह राज्यसभा का अध्यक्ष भी होता है। यह पद न केवल संसद की कार्यवाही को दिशा देने में बल्कि सरकार के विधायी एजेंडे को आगे बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाता है। ऐसे में अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा, इसका असर देश की राजनीति पर भी पड़ेगा। साथ ही, बिहार, बंगाल और तमिलनाडु जैसे राज्यों में होने वाले आगामी चुनावों में भी इसकी छाया दिख सकती है।
चुनाव की शुरू तैयारियां
चुनाव आयोग ने उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं। दो अधिकारियों गरिमा जैन और विजय कुमार को सहायक रिटर्निंग ऑफिसर नियुक्त किया गया है। आयोग ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि उसने चुनाव संबंधी प्रक्रियाएं शुरू कर दी हैं और जल्द ही पूरा कार्यक्रम घोषित किया जाएगा। बता दें कि यह चुनाव संविधान के अनुच्छेद 324 और 1952 के राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति चुनाव अधिनियम के तहत कराया जाएगा।