आंबेडकर-अखिलेश के पोस्टर विवाद पर गरमाई सियासत,
भाजपा ने किया प्रदर्शन तो बसपा ने जताई नाराज़गी
2 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
Ambedkar Poster Controversy: बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर को लेकर उत्तर प्रदेश में सियासत एक बार फिर गरमा गई है। इस बार एक विवादित पोस्टर में डॉ. भीमराव आंबेडकर और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की तस्वीरों को आधा-आधा एक साथ लगाया गया था। जिसे लेकर भाजपा ने बुधवार को पूरे यूपी में प्रदर्शन किया है। वहीं इसको लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने भी नाराज़गी जताई है। जिसके बाद मामले में सपा बैकफुट पर है, जबकि भाजपा लगातार इस मुद्दे पर सपा को घेरती हुई नज़र आ रही है।
लखनऊ में बीजेपी का प्रदर्शन
इस पोस्टर के सामने आने के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में सियासी घमासान छिड़ गया है। इसे लेकर लखनऊ में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर अखिलेश यादव के खिलाफ ज़ोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने नारेबाज़ी करते हुए इस कृत्य को बाबा साहेब आंबेडकर का अपमान बताया है। वहीं, भाजपा सांसद बृजलाल ने तीखा हमला बोलते हुए कहा, "सपा नेता बाबा साहेब के अपमान के आदी हो चुके हैं।"
मायावती ने भी जताई नाराज़गी
इस पूरे मामले को लेकर बसपा भी मुखर दिखाई दी। बसपा सुप्रीमो मायावती ने पोस्टर को लेकर अखिलेश यादव को चेतावनी देते हुए कहा, "आतंकी हमलों की आड़ में या बाबा साहेब की विरासत पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। देश और समाज के लिए इस समय एकजुट होने की ज़रूरत है। अगर सपा का रवैया ऐसा ही रहा तो बसपा भी सड़कों पर उतरने से पीछे नहीं हटेगी।"
बृजेश पाठक ने भी साधा निशाना
विवादित पोस्टर का असर सिर्फ राजधानी लखनऊ तक ही सीमित नहीं रहा। वाराणसी, मेरठ और कानपुर समेत कई शहरों में भाजपा कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने सपा पर तीखा प्रहार करते हुए कहा, "यह बाबा साहेब के विचारों और दलित समाज का सीधा अपमान है। यह सपा की दूषित मानसिकता को उजागर करता है।"