बृजभूषण शरण सिंह ने किया अखिलेश यादव का समर्थन..!
पूजा पाल के निष्कासन से गरमाई सियासत…
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश की सियासत इस वक्त विधायक पूजा पाल को लेकर गरमा गई है। कौशांबी जिले की चायल सीट से सपा विधायक पूजा पाल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की खुलकर तारीफ करना भारी पड़ गया। समाजवादी पार्टी ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया, जिसके बाद प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मच गया है। सपा नेता जहां इस कार्रवाई को सही ठहरा रहे हैं, वहीं बीजेपी ने अखिलेश यादव के फैसले को लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ बताया है।
बृजभूषण शरण सिंह का बड़ा बयान
इस बीच कैसरगंज सीट से पूर्व बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने चौंकाने वाला बयान देकर सियासी हलचल और बढ़ा दी। उन्होंने समाजवादी पार्टी के निर्णय को सही ठहराते हुए कहा कि अखिलेश यादव ने यह कदम पार्टी अनुशासन बनाए रखने के लिए उठाया है। उनके मुताबिक, "आज अगर पूजा पाल पर कार्रवाई नहीं होती, तो कल कोई और भी ऐसा ही करता।" उन्होंने यह भी कहा कि यह समाजवादी पार्टी का आंतरिक मामला है और उसी के नियमों के तहत निर्णय लिया गया है।
“अब पूजा पाल स्वतंत्र हैं” – बृजभूषण
बृजभूषण शरण सिंह ने आगे कहा कि अगर सपा का कोई विधायक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ या बीजेपी शासन की तारीफ करेगा, तो यह स्वाभाविक है कि पार्टी को अच्छा नहीं लगेगा। उन्होंने कहा, "पूजा पाल की आत्मा ने जो कहा, वही उन्होंने किया। अब सपा ने पार्टी अनुशासन के अनुसार कार्रवाई की है।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि पूजा पाल के पति की हत्या अतीक अहमद द्वारा कराई गई थी, और अब वह स्वतंत्र हैं, जिस दल में चाहें जा सकती हैं।
किस वजह से हुई कार्रवाई ?
पूजा पाल ने हाल ही में विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर सराहना की थी। उन्होंने विजन डॉक्यूमेंट 2047 पर हुई चर्चा के दौरान कहा था कि उनके पति की हत्या सब जानते हैं और मुख्यमंत्री ने उन्हें न्याय दिलाने का काम किया। पूजा पाल ने कहा था कि योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति ने अतीक अहमद जैसे अपराधियों को मिट्टी में मिला दिया और महिलाओं को न्याय दिलाने का साहस दिया। उन्होंने सदन में मुख्यमंत्री की ओर इशारा करते हुए कहा, “जब मैं इस लड़ाई से थकने लगी, तब मुख्यमंत्री ने मेरी आवाज़ सुनी और मुझे न्याय दिलाया।"
निष्कासन के बाद बढ़ी हलचल
पूजा पाल के इन बयानों के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई थी। विपक्षी खेमे में असंतोष बढ़ने लगा और अंततः सपा मुखिया अखिलेश यादव ने पूजा पाल को तत्काल प्रभाव से पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। अब उनके अगले राजनीतिक कदम को लेकर अटकलों का दौर जारी है, जबकि बीजेपी और सपा एक-दूसरे पर वार-पलटवार कर रहे हैं।