ऐ मोदी जी, विक्ट्री चाहिए बिहार से और फैक्ट्री दीजिएगा गुजरात में..!
लालू यादव का PM मोदी पर पोस्टर वार
4 days ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सियासी माहौल गरमाता जा रहा है। चुनावी दंगल में सभी राजनीतिक दल एक-दूसरे पर जमकर हमला बोल रहे हैं। इसी बीच आरजेडी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आमने-सामने आ गए हैं। यहां लालू यादव ने नएक पोस्टर जारी कर PM मोदी और भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला है।
लालू यादव का ‘गुजराती मॉडल’ पर सीधा हमला
लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए एक ट्वीट किया, जिसने सियासी हलचल बढ़ा दी। उन्होंने लिखा कि, “ऐ मोदी जी, विक्ट्री चाहिए बिहार से और फैक्ट्री दीजिएगा गुजरात में? ये गुजराती फार्मूला बिहार में नहीं चलेगा।” लालू ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया कि बिहार की जनता को सिर्फ वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है, जबकि उद्योग-धंधों और विकास के मामले में गुजरात को प्राथमिकता दी जा रही है। इससे पहले भी उन्होंने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा था कि गुजरात के लोग बिहारियों को हल्के में न लें।
‘बिहारियों को हल्के में मत लीजिए’ — लालू की चेतावनी
आरजेडी प्रमुख ने बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं पर भी गंभीर आरोप लगाए। लालू यादव ने कहा कि क्या प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को आदेश दिया है कि वे पूरे बिहार की माताओं, बहनों और बेटियों को गालियां दें? उन्होंने कहा कि बीजेपी के गुंडे-मवाली सम्मानित शिक्षिकाओं, राह चलती महिलाओं, छात्राओं, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं। लालू यादव ने गुजरात और बिहार की तुलना करते हुए प्रधानमंत्री को चेतावनी दी कि बिहार को कभी भी हल्के में नहीं लिया जा सकता। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता आत्मसम्मान के साथ खड़ी है और इस बार चुनाव में इसका जवाब जरूर देगी।
पीएम मोदी की भावनात्मक प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 सितंबर को एक भावुक बयान देते हुए आरजेडी-कांग्रेस पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार में उनके खिलाफ जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल हुआ, उसने उन्हें गहराई से आहत किया है। PM मोदी ने कहा, “बिहार में RJD-कांग्रेस के मंच से मेरी मां को गालियां दी गईं। यह गालियां सिर्फ मेरी मां का अपमान नहीं हैं, बल्कि देश की हर मां, बहन और बेटी का अपमान हैं। मुझे पता है कि बिहार की जनता को भी यह देखकर और सुनकर उतना ही दुख हुआ होगा, जितना मुझे हुआ है।” प्रधानमंत्री ने अपनी मां के संघर्षों का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी मां ने उन्हें देशसेवा के लिए प्रेरित किया और राजनीति से कभी कोई लेना-देना नहीं रखा। उन्होंने कहा कि उनकी मां के लिए इस तरह की अभद्र भाषा का प्रयोग बेहद पीड़ादायक और अस्वीकार्य है।
‘गरीब मां की तपस्या शाही खानदान नहीं समझ सकते’ — मोदी
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए कहा कि एक गरीब मां की तपस्या को उन लोगों के लिए समझना मुश्किल है, जो शाही खानदानों में पैदा हुए हैं। उन्होंने कहा कि आरजेडी-कांग्रेस के ‘नामदारों’ को यह बर्दाश्त नहीं हो रहा कि देश की जनता ने एक गरीब मां के बेटे को प्रधानमंत्री बना दिया। मोदी ने कहा कि बिहार की जनता आरजेडी के राज में झेली गई हिंसा, अपराध, अपहरण और बलात्कार की घटनाओं को नहीं भूली है। उन्होंने आरोप लगाया कि आरजेडी सरकार के समय अपराधियों को संरक्षण दिया जाता था और सबसे ज्यादा पीड़ा बिहार की महिलाओं को झेलनी पड़ती थी।
चुनावी जंग में तीखे हुए तेवर
बिहार विधानसभा चुनावों से पहले यह सियासी जंग और भी तेज होती जा रही है। लालू यादव जहां पीएम मोदी के विकास मॉडल पर सवाल खड़े कर रहे हैं, वहीं मोदी सरकार लालू के कार्यकाल को अपराध और अराजकता से जोड़कर घेर रही है। दोनों पक्षों के बीच जुबानी जंग अब भावनात्मक मुद्दों तक पहुंच चुकी है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी मां के अपमान को चुनावी भाषणों में प्रमुखता से उठाना शुरू कर दिया है, वहीं लालू यादव गुजरात बनाम बिहार की अस्मिता के मुद्दे पर जनता को लामबंद करने की कोशिश में हैं।