करणी सेना बोली- इस बार झंडा के साथ डंडा लेकर कूच करेंगे,
सपा सांसद को लेकर विवाद बढ़ा
15 days ago
Written By: NEWS DESK
लखनऊ: सपा सांसद रामजी लाल सुमन के राणा सांगा को लेकर दिए विवादित बयान के बाद यह मामला अब और बढ़ता ही चला जा रहा है। यहां करणी सेना अब एक बार फिर रामजी लाल सुमन के आवास की ओर कूच करने की तैयारी में है। जिसके लिए इस बार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने कार्यकर्ताओं से एक झंडा और एक डंडा लेकर आने की बात कही है। जिसके बाद उत्तर प्रदेश में अब इसे लेकर सियासी माहौल गरमा गया है।
अबकी बार तैयारी से आएंगे - शेखावत…
दरअसल, करणी सेना इसी 12 अप्रैल को आगरा के गढ़ी रामी में राणा सांगा की जयंती मनाने वाली है। इसे लेकर करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने कहा है कि “26 मार्च को हम लोग सांसद रामजी लाल सुमन के घर विरोध करने गए तो हम पर पत्थर बरसाए गए। पुलिस ने लाठीचार्ज किया। उस समय तैयारी के साथ नहीं आए थे, लेकिन इस बार पूरी तैयारी के साथ आएंगे। सभी लोग एक डंडा-एक झंडा लेकर साथ आएं।” राज शेखावत ने कहा - हम अपनी मांगों को भी प्रशासन के सामने रखेंगे। अगर शाम 5 बजे तक हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो सांसद के घर कूच करेंगे।
क्या हैं करणी सेना की मांगे…
सपा सांसद के विवादित बयान के बाद बढ़े विवाद के बीच करणी सेना लगातार अपनी मांगों को लेकर अड़ी हुई है। सेना ने इसे लेकर राणा सांगा का अपमान करने के आरोपी सांसद रामजी लाल सुमन की सदस्यता खत्म करने, सांसद के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किए जाने, करणी सेना पर हमला करने वालों पर मुकदमा दर्ज किए जाने तथा करणी सैनिकों पर दर्ज मुकदमों को खत्म किए जाने की मांग की है। जिसको लेकर उत्तर प्रदेश में चर्चाओं का माहौल गर्म है।
26 मार्च को करणी सेना कर चुकी है हमला…
दरअसल, 26 मार्च को करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने रामजी लाल सुमन के आगरा स्थित घर पर हमला किया था। 1000 से ज्यादा कार्यकर्ता बुलडोजर लेकर सांसद के आवास पर पहुंचे थे। वहां जमकर तोड़फोड़ और पथराव किया था। इस दौरान करणी सेना के कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प भी हुई थी। इसमें 14 पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
क्या था विवादित बयान…
दरअसल, इस पूरे विवाद की जड़ रामजी लाल सुमन का एक विवादित बयान है, जिसको लेकर हर ओर बवाल मचा हुआ है। असल में सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने 21 मार्च को राज्यसभा में कहा था “भाजपा वालों का तकिया-कलाम हो गया कि मुसलमानों में बाबर का डीएनए है। फिर हिंदुओं में किसका डीएनए है? बाबर को कौन लाया? बाबर को भारत में इब्राहीम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा लाया था। मुसलमान बाबर की औलाद हैं तो तुम (हिंदू) गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। यह हिंदुस्तान में तय हो जाना चाहिए। बाबर की आलोचना करते हैं, राणा सांगा की नहीं। देश की आज़ादी की लड़ाई में इन्होंने अंग्रेजों की गुलामी की थी। हिंदुस्तान का मुसलमान बाबर नहीं, बल्कि मोहम्मद साहब और सूफी परंपरा को अपना आदर्श मानता है