राहुल गांधी से बेटे की मुलाकात पर बोले मंत्री दिनेश प्रताप सिंह-
“हाथ नहीं मिलाना बल्कि, पैर छूने चाहिए थे”
1 months ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री और विधान परिषद सदस्य दिनेश प्रताप सिंह ने उस तस्वीर पर सफाई दी है, जिसमें उनके बेटे को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से हाथ मिलाते हुए देखा गया था। सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने के बाद सिंह ने फेसबुक पोस्ट के ज़रिए अपना पक्ष रखा।
“राहुल गांधी ने सबसे हाथ मिलाया” दिनेश प्रताप सिंह ने लिखा कि रायबरेली में सम्पन्न दिशा की बैठक के बाद राहुल गांधी वहां मौजूद सभी विधायक और ब्लॉक प्रमुखों से मिले और हाथ मिलाया। उन्होंने कहा कि यह अच्छी पहल थी, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सिर्फ उनके बेटे वाली फोटो वायरल करके उन्हें ट्रोल करने की कोशिश की।
“हाथ नहीं, पैर छूकर करना चाहिए था प्रणाम” मंत्री ने पोस्ट में कहा, “जब राहुल गांधी मेरे बेटे से हाथ मिलाने आए तो मेरे बेटे को हाथ नहीं मिलाना चाहिए था, बल्कि उनके पैर छूकर प्रणाम करना चाहिए था। राहुल गांधी मेरे बेटे के पिता की उम्र के हैं, इसलिए सम्मान उसी स्तर का होना चाहिए।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि भाजपा और भारतीय संस्कृति को मानने वाले लोग तभी प्रसन्न होते जब बेटा पैर छूकर प्रणाम करता।
कांग्रेस पर कसा तंज दिनेश प्रताप सिंह ने कांग्रेस नेताओं पर तंज कसते हुए लिखा कि यह “किराए के कांग्रेस भाई” और उनके आलोचक ही हैं जिन्होंने जानबूझकर इस फोटो को वायरल किया ताकि जनता और पार्टी नेतृत्व नाराज़ हो। उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस की परवरिश पर भी सवाल उठाए।
“मैं हारा हूं, हौसला नहीं” सिंह ने साफ कहा कि वे कांग्रेस और राहुल गांधी का सामना करते हुए अपनी पार्टी और सरकार का झंडा ऊंचा रखते रहेंगे। उन्होंने लिखा, “मैं चुनाव हार गया हूं, लेकिन हौसला नहीं। मेरे रहते मेरे मतदाताओं और शुभचिंतकों का झंडा कभी झुकने नहीं दूंगा।”
विवाद को खत्म करने की अपील अपने पोस्ट के अंत में मंत्री ने अपील की कि इस विषय को अब यहीं खत्म कर देना चाहिए और सभी लोग अपनी-अपनी दिशा में आगे बढ़ें।