अपने विजिटिंग कार्ड भी जापानी में बनवाते थे PM मोदी..!
गुजरात में किया बड़ा खुलासा
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
गुजरात में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीडीएस लिथियम-आयन बैटरी प्लांट में हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड के प्रोडक्शन का शुभारंभ किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने भारत और जापान के रिश्तों की मजबूती पर जोर देते हुए कहा कि दोनों देशों का संबंध केवल डिप्लोमैटिक रिलेशन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक और भरोसे पर आधारित साझेदारी है। उन्होंने बताया कि अगले सप्ताह वे जापान की यात्रा पर जाएंगे, जहां भारत-जापान सहयोग के नए आयाम तय किए जाएंगे। पीएम मोदी ने कहा, “भारत-जापान का रिश्ता केवल औपचारिक नहीं है, हम एक-दूसरे की प्रगति में अपनी प्रगति देखते हैं। मारुति सुजुकी के साथ जो यात्रा शुरू हुई थी, वह अब बुलेट ट्रेन की स्पीड तक पहुंच चुकी है।” इस दौरान उन्होंने अपने जापानी विजिटिंग कार्ड को लेकर भी बड़ा खुलासा किया है।
वाइब्रेंट गुजरात से शुरू हुई साझेदारी
प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि भारत-जापान औद्योगिक साझेदारी की मजबूत नींव गुजरात में ही रखी गई थी। करीब 20 साल पहले जब वाइब्रेंट गुजरात समिट की शुरुआत हुई, तब जापान इसका प्रमुख सहयोगी था। उन्होंने कहा कि एक विकासशील राज्य और एक विकसित देश के बीच की यह साझेदारी इस बात का प्रमाण है कि भारत-जापान संबंध कितने गहरे और भरोसेमंद हैं।
जापानी में बनाते थे विजिटिंग कार्ड
पीएम मोदी ने बताया कि जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने जापानी निवेशकों और नागरिकों के लिए हर छोटी-बड़ी सुविधा सुनिश्चित की थी। उन्होंने कहा, “हमने इंडस्ट्री से जुड़े नियमों को जापानी भाषा में प्रिंट करवाया। यहां तक कि मैं अपना विजिटिंग कार्ड भी जापानी में बनवाता था और प्रमोशनल वीडियो की डबिंग भी जापानी में करवाता था।”
मेक इन इंडिया में नया अध्याय
पीएम मोदी ने इस मौके पर मेक इन इंडिया और मेक फॉर द वर्ल्ड की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गणेश उत्सव के इस उल्लास में आज भारत की मेक इन इंडिया यात्रा में एक नया अध्याय जुड़ रहा है। अब भारत में बनी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को 100 से ज्यादा देशों में एक्सपोर्ट किया जाएगा। साथ ही, हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड मैन्युफैक्चरिंग की शुरुआत भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ी छलांग है।
13 साल पहले बोए गए सफलता के बीज
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की सफलता की कहानी के बीज 13 साल पहले बोए गए थे। 2012 में, जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने मारुति सुज़ुकी को हंसलपुर में जमीन अलॉट की थी। उन्होंने बताया कि उस समय भी विजन आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया का था। आज उसी विजन के तहत भारत में सुजुकी की गाड़ियां बन रही हैं और जापान को एक्सपोर्ट की जा रही हैं। पीएम मोदी ने कहा कि यह केवल भारत-जापान की दोस्ती का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत पर ग्लोबल स्तर पर भरोसा बढ़ा है। उन्होंने जापान, सुजुकी कंपनी और देशवासियों को इस उपलब्धि पर बधाई दी।