अखिलेश के बयान पर पोस्टर वॉर,
सनातन विरोधी बयान बताकर माफ़ी मांगने की मांग, भाजपा ने घेरा
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के गाय, गोबर और गोशाला से दुर्गन्ध वाले बयान पर शियाशी घमशान शुरू हो गया है। सपा प्रमुख के बयान के बाद राजधानी लखनऊ में बयान के विरोध में पोस्टर लगाये गए हैं, जिनके माध्यम से सपा प्रमुख से माफ़ी मांगने की मांग की गई है। वहीं भाजपा के शीर्ष नेताओं ने भी बयान का विरोध करते हुए उसे सनातन धर्म का विरोधी करार दिया है।
BJP प्रदेश महामंत्री ने लगवाए पोस्टर
लखनऊ में लगे काले पोस्टरों के बारे में बताया जा रहा है कि ये पोस्टर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री व विधान परिषद् सदस्य सुभाष यदुवंश ने लगाये हैं, जिनमे में अखिलेश यादव से अपने बयान के लिये यादव समाज से अविलंब माफी मांगने की मांग की गई है। शहर में लगे काले पोस्टरों में लिखा है कि “अखिलेश यादव गाय, गोबर और गोशाला से दुर्गन्ध वाले बयान के लिए अविलंब पूरे समाज से मांफी मांगे।” पोस्टर में इस बयान को यादव समाज, सनातन धर्म तथा पशुपालकों का अपमान बताया गया है।
किस बयान पर मचा बावल
गौरतलब हो कि बीते बुधवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कन्नौज में भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि “ ये जो भारतीय जनता पार्टी के लोग हैं इनमे नफरत की दुर्गन्ध है,ये दुर्गन्ध पसंद करते हैं इस लिये वह लोग गोशालाएं बना रहे हैं, जबकि हम सुगंध पसंद करते थे इस लिये हमने इत्र पार्क बनाए।” जिसके बाद अब इसपर सियाशी बवाल शुरू हो गया है।
भाजपा नेताओं ने किया विरोध
सपा प्रमुख के इस बयान के बाद सियाशी बवाल भी शुरू हो गया है। यहां भारतीय जनता पार्टी ने अखिलेश यादव को उनके बयान पर घेरना शुरू कर दिया है। भाजपा नेताओं ने अपने बयान में अखिलेश के बयान को सनातन धर्म विरोधी करार देते हुए उन पर निशाना साधा है। पोस्टर से पहले भाजपा सांसद रवि किशन ने कहा कि गाय हमारी माता है और गोबर उतनी ही पवित्र। इसे लेकर ऐसी आपत्तिजनक बातें करना ठीक नहीं है। वहीं, भाजपा से राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा कि अखिलेश को गोशाला में सनातन की आस्था को तलाशना चाहिए। वहीं, समाजवादी पार्टी ने इसे भाजपा की साजिश बताया है।
वहीं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संविद पात्रा ने अखिलेश पर तीखा जुबानी प्रहार करते हुए उन्हें सनातन विरोधी करार दिया है। पात्रा ने अपने बयान में कहा है कि “अखिलेश यादव को गो माता में दुर्गन्ध नजर आता है, ये स्पष्ट रूप से दिखता है कि अखिलेश यादव को सनातन से लगाव नहीं है, ये सनातन विरोधी हैं और मैं तो कहूँगा कि हिन्दुस्तान में रहकर सनातन का विरोध करते हो तो हिन्दुस्तान में राजनिति बंद कर देनी चाहिये, वह भूमि ढूंढनी चाहिए जहां पर आप सनातन का अपमान कर सकते हो और वह देश सहेगा, यह देश सनातन का आपमान नहीं सहेगा।