राजा भैया के बेटे बृजराज ने बहन राघवी के आरोपों को बताया झूठा,
पिता संग तस्वीरें शेयर कर किया बड़ा दावा
1 months ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश की राजनीतिक गलियारे में परिवारिक विवाद अब सार्वजनिक तनातनी का रूप ले चुका है। लोकतांत्रिक जनसत्ता पार्टी के अध्यक्ष और कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह (राजा भैया) और उनकी पत्नी भानवी सिंह के बीच चल रहे विवाद ने अब उनके बच्चों को भी आपस में भिड़ा दिया है। बड़े घर के अंदर की बातें अब सोशल मीडिया पर खुलकर सामने आ रही हैं, जिसमें दोनों पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप और भावनात्मक बयानबाज़ी जारी है।
हम सताए जा रहे हैं - राघवी परिवारिक विवाद के बीच सबसे पहले बड़ी बेटी राघवी सिंह ने एक वीडियो जारी कर यूपी पुलिस और घर के बाहर की ताकतों पर गंभीर आरोप लगाए। राघवी ने कहा कि कुछ लोग उनका पीछा कर रहे हैं और वह व उनके परिवार को धमकाया जा रहा है। वीडियो में राघवी ने ये भी कहा कि उनकी मां भानवी सिंह इन गुंडों से अकेले ही निपट रही हैं और परिवार वर्षो से उत्पीड़न झेल रहा है। राघवी ने खुले तौर पर बताया कि उन्हें जान से मारने की धमकियाँ मिल रही हैं और यह सब राजनीति के प्रभाव में हो रहा है। उन्होंने भावुक शब्दों में कहा कि परिवार की परेशानियाँ और मां की तबीयत ने उन्हें बहुत दुखी कर रखा है।
बहन के आरोपों को बताया झूठा राघवी के आरोपों के तुरंत बाद पिता के साथ खड़े बेटे बृजपाल (बृजराज) प्रताप सिंह ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बहन पर पलटवार किया। उन्होंने अपनी पोस्ट में राघवी के आरोपों को गलत ठहराया और परिवार की पुरानी तस्वीरें साझा कर बहन का कटाक्ष किया। बृजराज ने लिखा कि दाऊ (राजा भैया) ने सभी बच्चों में सबसे अधिक स्नेह, प्रोत्साहन और महत्व राघवी को ही दिया है और बचपन के झगड़ों की बात करते हुए उन्होंने कहा कि दिद्दा (बड़ी बहन) वर्षों से दाऊ से प्रताड़ित होने का दावा कर रही हैं जबकि सच्चाई इसके विपरीत है। बृजराज ने भावनात्मक लहजे में यह भी जोड़ दिया कि दाऊ की लाड़ली होने के बावजूद आज राघवी उनके खिलाफ लोगों से शिकायत व गाली-गलौच कर रही हैं।
बेटियां मां के साथ, बेटे पिता के साथ खड़े यह पारिवारिक विवाद केवल सार्वजनिक बयान तक सीमित नहीं रहा; परिवार के भीतर स्पष्ट ध्रुवीकरण दिखता है। राजा भैया के दो जुड़वा बेटे पिता के साथ रहकर उनके समर्थन में खड़े दिखाई दे रहे हैं, जबकि दोनों बेटियाँ सार्वजनिक तौर पर मां का समर्थन कर रही हैं और मां के साथ ही आवाज़ उठाती नज़र आ रही हैं। इस तरह घर के अंदर की विभाजनात्मक तस्वीर अब बाहर की राजनीति और सोशल मीडिया पर भी फैल चुकी है।
बयानबाज़ी ने बढ़ाई पारिवारिक परेशानियाँ सोशल मीडिया पर जारी आरोप-प्रत्यारोप ने घर के निजी मामलों को सार्वजनिक संघर्ष में बदल दिया है। राघवी की शिकायतों और बृजराज के जवाब ने परिवार के भीतर झगड़े को और भड़का दिया है। फिलहाल दोनों पक्षों के बीच आरोपों का सिलसिला जारी है और यह विवाद राजनीतिक संदर्भ के साथ सामाजिक चर्चा का विषय बन गया है। इस सार्वजनिक टकराव का असर परिवार के निजी रिश्तों पर कितना दीर्घकालिक होगा, यह वक्त ही बताएगा।