हम मोहम्मद के नाम पर गोली भी खा सकते हैं…
बरेली मामले को लेकर सुमैया राणा का बयान
1 months ago Written By: आदित्य कुमार वर्मा
उत्तर प्रदेश में ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर विवाद पर समाजवादी पार्टी की नेता सुमैया राणा ने प्रदेश पुलिस की कार्रवाई को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि कानपुर में पुलिस द्वारा पोस्टर हटाए जाने और मुकदमे दर्ज किए जाने से जनता में गुस्सा और आक्रोश बढ़ा है। उन्होंने कहा है कि, हम मोहम्मद के नाम पर गोली भी खा सकते हैं।
पुलिस की कार्रवाई से बिगड़ा माहौल सुमैया राणा ने आईएएनएस से बातचीत में बताया कि पोस्टर दूसरी जगह लगाने के बाद भी पुलिस ने मुकदमे दर्ज किए और लोगों को जेल भेजा। इस कार्रवाई से लोगों में नाराजगी फैली और माहौल बिगड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि जुम्मे की नमाज के बाद पुलिस ने जिस तरह से भीड़ को तितर-बितर किया, उससे भगदड़ मच गई और हालात बेकाबू हो गए।
अखिलेश यादव के बयान का जिक्र सपा नेता ने पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार की ताकत का इजहार उसकी कमजोरी को दर्शाता है। उन्होंने कहा, "सरकारें लाठीचार्ज से नहीं, बल्कि सौहार्द और सद्भाव से चलती हैं।" राणा ने दावा किया कि पुलिस की कार्रवाई में दर्जनों लोग घायल हुए, कई लोगों के सिर फटे और कुछ गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि प्रदेश और देशभर में अशांति फैलाती हैं।
मोहम्मद के नाम गोली खाने को तैयार ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान पर पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए सुमैया राणा ने कहा कि हम मोहम्मद के नाम पर गोली भी खा सकते हैं, लेकिन हिंसा करना किसी भी सूरत में ठीक नहीं है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर तंज कसते हुए राणा ने कहा कि उनकी भाषा ही उनकी पहचान है। वे प्रदेश के मुख्यमंत्री कम, बल्कि एक समुदाय के मुख्यमंत्री ज्यादा नजर आते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सनातनी नारे का स्वागत है और ‘आई लव सनातन’ लगाने में कोई बुराई नहीं है। सुमैया राणा ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी हमेशा पिछड़े और अति पिछड़े वर्गों की आवाज रही है और आगे भी उसी तरह काम करती रहेगी।