क्या HC जाएगा माफिया मुख्तार अंसारी की मौत का मामला?
पहलगाम आतंकी हमले पर भी सांसद अफजाल अंसारी ने उठाए सवाल
1 months ago
Written By: आदित्य कुमार वर्मा
Mukhtar Ansari: उत्तर प्रदेश के कुख्यात माफिया और विधायक मुख्तार अंसारी की मौत का मामला एक बार फिर चर्चा में है। बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने मुख्तार की जेल में हत्या के आरोप वाली याचिका को रद्द कर दिया था। अब मुख्तार के भाई और सांसद अफजाल अंसारी ने इस मामले को लेकर हाई कोर्ट जाने के संकेत दिए हैं। साथ ही मोदी सरकार के जातिगत जनगणना कराए जाने के फैसले का स्वागत किया है।
लीगल टीम करेगी स्टडी: अफजाल
गाजीपुर में एक प्रेस वार्ता के दौरान सांसद अफजाल अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा याचिका रद्द करने के फैसले पर कहा कि, "हमने अभी कोर्ट के आदेश को पढ़ा नहीं है। हमारे वकीलों के मुताबिक SC ने कहा है कि इस मामले की जांच के लिए आप हाईकोर्ट जा सकते हैं। परिजनों को यकीन है कि मुख्तार की जहर देकर हत्या की गई है। हमारी लीगल टीम इसका अध्ययन करेगी, जरूरत पड़ी तो हम हाईकोर्ट जाएंगे।"
जातिगत जनगणना का अखिलेश को श्रेय
वहीं, उन्होंने जातिगत जनगणना के फैसले का श्रेय सपा मुखिया अखिलेश यादव को दिया है। उन्होंने कहा, "इस मुद्दे को सबसे पहले अखिलेश यादव ने उठाया था। जनसंख्या के अनुपात में कल्याणकारी योजनाएं बननी चाहिए। अखिलेश यादव, राहुल गांधी समेत तमाम विपक्षी नेता इसकी मांग लगातार कर रहे थे।" उन्होंने आगे कहा, "जातीय जनगणना से उन लोगों को हक और हिस्सेदारी मिलेगी, जिनके हक पर चंद लोग कब्जा जमाए बैठे हैं।"
“पहलगाम हमले के बाद रैली कर रहे थे मोदी”
वहीं, पहलगाम हमले को लेकर उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था तथा इंटेलिजेंस पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, "पहलगाम में विदेशी आतंकवादियों ने मासूम पर्यटकों की जघन्य हत्या की। आतंकवादियों ने अपनी घातक योजना के तहत नाम और धर्म पूछकर हत्या की। कश्मीर का एक स्थानीय नागरिक आतंकवादियों और पर्यटकों के बीच ढाल बनकर खड़ा हुआ और जान गंवा दी। स्थानीय कश्मीरियों ने पर्यटकों को सुरक्षित बचाने में मदद की।"
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार बार-बार कहती रही कि कश्मीर में परिंदा भी पर नहीं मार सकता। यह इंटेलिजेंस और सरकार की बड़ी विफलता है कि आतंकवादियों ने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया। जहां 2,000 पर्यटक थे, वहां एक भी सुरक्षा कर्मी नहीं था। इस सवाल को लेकर पूरे देश में व्याकुलता है।" उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, "यह बहुत बड़ी जवाबदेही है हमारे सुरक्षा तंत्र और गृह मंत्रालय की। पहलगाम की घटना के बाद प्रधानमंत्री पटना में चुनावी रैली कर रहे थे।"