अखिलेश ने भाजपा को कहा मुनाफाखोर और चंदाखोर,
महंगाई को लेकर छिड़ा सियासी बवाल
8 days ago
Written By: NEWS DESK
BJP Profiteering: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महंगाई और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने भाजपा को महंगाई का चैंपियन बताया है और कहा कि भाजपा सरकार पहले मुनाफाखोरी और चंदाखोरी को खत्म करे, फिर महंगाई घटाने की बात करे। जिसके बाद अखिलेश के इस बयान को लेकर अब सियासत तेज हो गई है।
महंगाई को लेकर छिड़ा घमासान
अखिलेश यादव ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा है कि खाद्य तेल पर लगने वाले आयात शुल्क को घटाने का फायदा सीधे जनता को मिलना चाहिए, न कि केवल घरेलू उत्पादकों को। उन्होंने कहा, "लागत घट रही है तो खुदरा मूल्य भी घटना चाहिए।" उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि कहीं यह आयात शुल्क कटौती सिर्फ कुछ खास आयातकों और उत्पादकों के फायदे के लिए तो नहीं है, जनता के लिए नहीं। अखिलेश यादव ने कहा कि महंगाई ने जनता की कमर तोड़ दी है और अगर इसे नहीं रोका गया तो लोग भाजपा नेताओं के घर के बाहर तेल के खाली डिब्बे बजाने लगेंगे।
चंदे और मुनाफे पर किया प्रहार
सपा प्रमुख ने आगे कहा कि भाजपा सरकार को खाद्य उत्पादकों के मुनाफे की सीमा तय करनी चाहिए ताकि कोई भी अत्यधिक मुनाफा न कमा सके। उन्होंने ‘भाजपाई चंदा वसूली’ पर भी निशाना साधा और कहा कि भाजपा जब कंपनियों से चंदा वसूलती है तो वह पैसे भी जनता से ही वसूले जाते हैं, जिससे महंगाई बढ़ती है। अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि भाजपा की कारोबारी मानसिकता में कभी दाम बंदी जैसी नीति नहीं रही। महंगाई पर नियंत्रण के लिए नीयत और इच्छाशक्ति जरूरी होती है, जो भाजपा जैसी मुनाफाखोर सरकार के पास नहीं है। इसलिए आयात शुल्क घटने के बाद भी अगर जनता को राहत नहीं मिली तो इसका मतलब है कि कुछ गड़बड़ है।
भाजपा सरकार में फल-फूल रहे आस्तीन के सांप
मध्य प्रदेश के हाल के भ्रष्टाचार मामले पर भी अखिलेश यादव ने भाजपा पर हमला किया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में एक अनोखा ‘साँप घोटाला’ सामने आया है, जिसमें एक व्यक्ति को कई बार मृत दिखाकर करोड़ों का मुआवजा सरकारी खजाने से निकाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में ऐसे ‘आस्तीन के सांप’ खूब फलते-फूलते हैं।