जुल्म करने वालों की आभारी हैं…
अखिलेश यादव ने मायावती को दिया करारा जवाब
16 days ago Written By: Ashwani Tiwari
UP Politics News: बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो मायावती द्वारा समाजवादी पार्टी (SP) और नेता अखिलेश यादव पर हमले के बाद मंगलवार को अखिलेश ने कड़ा पलटवार किया। मायावती ने रैली में सपा को दोगली पार्टी बताया था, जिस पर अखिलेश ने कहा कि मोदी सरकार की बीजेपी और मायावती के बीच सांठगांठ है और इसी कारण वे जुल्म करने वालों की आभारी नजर आती हैं। अखिलेश ने आरोप लगाया कि आज हर जगह पीडीए (PDA) के साथ अन्याय और भेदभाव हो रहा है और सपा उस जनहित के लिए लगातार लड़ती रही है।
सपा का इतिहास और सामाजिक न्याय पर जोर अखिलेश ने अपने प्रतिवाद में कहा कि समाजवादी पार्टी और नेताजी का संघर्ष हमेशा दबे‑कुचले, दलित और वंचितों के हित में रहा है। उन्होंने कहा कि सपा ने सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर इन वर्गों को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं और यह पार्टी इसी उद्देश्य के साथ काम करती है।
स्मारक और मेंटेनेंस पर दिया जवाब मायावती की टिप्पणी कि सपा सरकार ने स्मारकों का उचित रख‑रखाव नहीं किया, अखिलेश ने खारिज किया। उन्होंने कहा कि स्मारकों के रखरखाव के लिये LDA को निर्देश सपा सरकार ने ही दिए थे और मेंटेनेंस के कई काम सपा के शासन में किए गए। अखिलेश ने कहा कि PDA सरकार बनने पर वे कांशीराम की प्रतिमा रिवर फ्रंट पर लगवाने का काम करेंगे।
थानो की पोस्टिंग और बरेली मामले पर आरोप सपा प्रमुख ने कहा कि प्रदेश में थानों की पोस्टिंग में भेदभाव हो रहा है और पीडीए समर्थकों पर अन्याय हो रहा है। उन्होंने बताया कि उन्हें कई बार बरेली और रामपुर जाने से रोका गया और प्रशासन ने बाधा डाली। बरेली में हुई हिंसा को लेकर अखिलेश ने कहा कि वहां प्रशासन और सरकार की विफलता थी और वे राजनीतिक लाभ उठाने के लिए घटनाओं को बड़ा कर रहे हैं।
जुल्म करने वालों की आभारी टिप्पणी पर तीखा प्रहार अखिलेश ने अंत में कहा कि वे बुलडोजर संस्कृति के खिलाफ हैं और जब कोई जुल्म करने वालों का आभारी बने तो उस पर क्या कहा जा सकता है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इन अन्यायों को याद रखें और लोकतांत्रिक तरीके से जवाब दें।