बिहार में वोट चोरी नहीं, डकैती हुई है…
अखिलेश यादव का चुनाव आयोग और NDA पर बड़ा आरोप
1 months ago Written By: Ashwani Tiwari
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और लोकसभा सांसद अखिलेश यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य में वोट चोरी नहीं, बल्कि “डकैती” हुई है। रविवार, 16 नवंबर को बेंगलुरु में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उन्होंने दावा किया कि वे बिहार चुनाव परिणामों को पचा नहीं पा रहे हैं। उनका कहना है कि एनडीए की इतनी बड़ी जीत और बीजेपी का असामान्य रूप से ऊंचा स्ट्राइक रेट कई सवाल खड़े करता है। अखिलेश ने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव आयोग उन बूथों पर SIR (Special Intensive Revision) करवा रहा है जहाँ बीजेपी पहले हारती रही है। उनके बयान ने राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है।
NDA की जीत पर सवाल, बीजेपी के दोहरे शतक पर आपत्ति प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने कहा कि उन्हें बीजेपी का दोहरे शतक जैसा बड़ा आंकड़ा बिल्कुल स्वीकार्य नहीं लग रहा। उन्होंने पूछा कि आखिर इतनी ज्यादा सीटें कैसे जीती जा सकती हैं और स्ट्राइक रेट इतना ऊंचा कैसे हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि अन्य दलों को चुनाव लड़ने की सीमित संख्या तय करने के मामले में बीजेपी से सीखना चाहिए और समाजवादी पार्टी भी उनसे जो सीख पाएगी, उसे लागू करेगी।
चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप, SIR प्रक्रिया को बताया संदिग्ध SIR यानी Special Intensive Revision पर सवाल उठाते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना चुनाव आयोग की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने आरोप लगाया कि SIR उन बूथों पर ज्यादा किया जा रहा है, जहां बीजेपी पहले चुनाव हार चुकी है। अखिलेश ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी आधे घंटे में आधार कार्ड और वोटर आईडी कार्ड बनवा सकती है। उन्होंने कहा कि यह मामला अब चोरी से आगे बढ़कर डकैती जैसा हो गया है। उनका कहना है कि उपचुनावों के दौरान उत्तर प्रदेश में पुलिस ने हजारों लोगों को वोट डालने से रोका था।
डबल इंजन सरकार को हराया – SP प्रमुख का दावा अखिलेश यादव ने कहा कि इस बार क्षेत्रीय दलों में समाजवादी पार्टी ने अब तक का सबसे मजबूत प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन क्षेत्रों में भी अच्छा प्रदर्शन किया है जहां सरकार दावा करती थी कि डबल इंजन चल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी ने दिल्ली और लखनऊ दोनों जगहों की सत्ता को हराकर साबित किया कि लोग सांप्रदायिक राजनीति से दूर होना चाहते हैं। अखिलेश के अनुसार, बाबा साहेब के संविधान को बार-बार ठेस पहुंचाए जाने के कारण जनता ने समाजवादी पार्टी पर भरोसा जताया है।