दलित सांसद का अपमान बर्दाश्त नहीं, करणी सेना के प्रदर्शन पर सपा सुप्रीमो का वार
- सरकार को नहीं फैलानी चाहिये थी सांसद सुमन की बात
5 days ago
Written By: State Desk
राणा सांगा विवाद के बाद सपा सांसद रामजी लाल सुमन के घर पहुंचे सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार को रामजी लाल सुमन की बातें नहीं फैलानी चाहिए थीं। सरकार भोले-भाले लोगों को कठपुतली बनाकर राजनीतिक लाभ लेना चाहती है। उन्होंने विवाद के बाद आगरा में हुए करणी सेना के प्रदर्शन पर भी निशाना साधा। प्रदर्शन के दौरान तलवारें लहराने की बात करते हुए अखिलेश ने सरकार का घेराव किया। सपा सुप्रीमो ने हर हाल में सांसद सुमन के साथ खड़े रहने का भरोसा भी दिलाया।
लोगों को कठपुतली बनाकर लाभ लेना चाहती है सरकार
आगरा पहुंचे सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने सपा सांसद रामजी लाल सुमन के घर पहुंचकर उनसे मुलाकात की। इस दौरान सुमन ने अखिलेश यादव को नीले रंग का 'जय भीम' लिखा हुआ पट्टा पहनाकर सम्मानित भी किया। सपा सांसद से मुलाकात के बाद अखिलेश ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, “रामजी लाल सुमन की कही हुई बात हाउस के रिकॉर्ड से निकाली गई। उस बात को जिस तरह सोशल मीडिया पर सर्कुलेट किया गया, वह गलत था। सरकार की जिम्मेदारी बनती थी कि उसे न फैलाए। लेकिन सरकार जानबूझकर भोले-भाले लोगों को कठपुतली बनाकर राजनीतिक लाभ लेना चाहती थी।” उन्होंने कहा कि इसमें सरकार कामयाब नहीं होगी। PDA परिवार ने संकल्प लिया है कि हम एकजुट होकर सरकार के षड्यंत्र के खिलाफ लड़ते रहेंगे।
सपा सांसद को जानबूझकर अपमानित किया गया
अखिलेश ने आगे कहा- जिस शहर को स्मार्ट सिटी बनाना था, वह शहर जाम में उलझ गया। आपके सामने है कि इन्होंने मां यमुना और गंगा को कितना साफ किया, आप देख रहे होंगे। यह जानबूझकर रामजी लाल सुमन को अपमानित करने के लिए किया गया। समाज में ज़हर घोलने का काम किया गया। अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए ऐसा किया। आज के लोकतांत्रिक देश में कोई नंगी तलवारें नहीं लहरा सकता। जिस तरह की भाषा और व्यवहार का इस्तेमाल हुआ, वह सबके सामने है।
प्रदर्शन में तलवारें लहराने पर सरकार को घेरा
अखिलेश ने कहा- आगरा में जो तथाकथित शक्ति प्रदर्शन हुआ, वहां तलवारें लहराई गईं। साजिश के तहत हमला किया गया। PDA को डराने की कोशिश की गई। आरोपियों को कार्रवाई का डर नहीं। रामजी लाल सुमन के घर तोड़फोड़ की गई। गोली मारने की धमकी दी गई। यह हमला अचानक नहीं हुआ, बल्कि साजिश के तहत किया गया। अखिलेश ने कहा- याद कीजिए, पहले कहा जाता था कि यूपी की पुलिस में बस यादव हैं। ऐसी कई फर्जी खबरें चलाई जाती थीं। आज 2025 के जो आंकड़े हैं, वे कोई नहीं दिखाता। आगरा में 48 थाने हैं, मैनपुरी में 15 थाने हैं, जिनमें 10 में सरकार के सजातीय लोग तैनात हैं। महोबा में 11 थाने हैं, जिनमें 6 में सिंह साहब तैनात हैं, PDA के केवल 3 हैं। चित्रकूट में 10 थाने हैं, और ज़्यादातर में सिंह साहब हैं। यूपी STF में 21 अधिकारी हैं, जिनमें 11 सिंह साहब हैं और केवल 3 PDA हैं।
जाति देखकर हो रही कार्रवाई
अखिलेश यादव ने सरकार पर जाति देखकर कार्रवाई करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस सरकार में जाति कैसे काम कर रही है, मैं बताता हूं... सम्राट अशोक, जिन्हें मौर्य समाज अपना भगवान मानता है। उनकी जयंती पर सौहार्दपूर्ण माहौल में एक आदमी ने तलवार से केक काट दिया, तो उस पर कार्रवाई हो गई। वहीं दूसरी तरफ आगरा में पुलिस की निगरानी में तलवार लहराती योगी सेना पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
दलित सांसद सुमन के साथ खड़ा हूं- अखिलेश
सपा सुप्रीमो ने हर हाल में सांसद सुमन के साथ खड़े रहने का भरोसा भी दिलाया। अखिलेश यादव ने कहा कि आज मैं अपनी पार्टी के दलित सांसद रामजी लाल सुमन के साथ खड़ा हूं। मुझे भी गोली मारने की धमकी दी जा रही है। जैसे फूलन देवी जी को मारा गया था, वैसे ही मुझे भी मारने की धमकी दी गई है। वो पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वैसे तो सरकार को खुद संज्ञान लेना चाहिए और केस करना चाहिए। हमारे समाजवादी पार्टी के लोग अगर शिकायत लेकर जा रहे हैं तो उनकी FIR तक दर्ज नहीं हो रही।