माया के नाम पर साधा सियासी गणित,
कभी गेस्ट हाउस कांड, तो कभी अंबेडकर चित्र, योगी की मौजूदगी में माया की खूब चर्चा
10 days ago
Written By: State Desk
लखनऊ: उत्तर प्रदेश अंबेडकर महासभा की ओर से सोमवार को सीएम योगी की उपस्थिति में बसपा सुप्रीमो मायावती का दो बार ज़िक्र हुआ। मौका था भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती का। इस दौरान एक ओर जहाँ उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने गेस्ट हाउस कांड की याद दिलाई, वहीं दूसरी ओर अंबेडकर महासभा के अध्यक्ष लालजी प्रसाद निर्मल ने योगी सरकार द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर का चित्र सभी सरकारी कार्यालयों में लगाने के फैसले को लेकर बसपा सुप्रीमो पर तंज कसा।
अंबेडकर की तस्वीर लगवाने वाले पहले सीएम, योगी: निर्मल
कार्यक्रम के दौरान अंबेडकर महासभा के अध्यक्ष लालजी प्रसाद निर्मल ने बसपा मुखिया का संदर्भ देते हुए प्रदेश की भाजपा सरकार की तारीफ की। साथ ही, यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने गेस्ट हाउस कांड का ज़िक्र करते हुए मायावती की चर्चा की। लालजी प्रसाद निर्मल ने दावा किया कि देश में यह पहली सरकार है, जिसने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का चित्र सभी सरकारी दफ्तरों में लगाने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि यह काम मायावती भी नहीं कर सकीं। उन्होंने कहा कि "मैं विशेष रूप से उल्लेख करना चाहूंगा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसी परिसर से घोषणा की थी कि बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर का चित्र अनिवार्य रूप से सभी सरकारी कार्यालयों में लगाया जाएगा। यह देश में पहली सरकार थी जिसने सरकारी स्तर पर यह घोषणा की। यह साहस अगर किसी ने किया है तो वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। लोगों की भारी मांग के बावजूद बहन मायावती यह साहस नहीं कर सकीं। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त करता हूं।"
हम कभी नहीं भूलेंगे औरैया और गेस्ट हाउस कांड: पाठक
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी का ज़िक्र करते हुए कहा कि "ये लोग तरह-तरह से छाती कूट रहे हैं कि हम दलितों के साथ हैं, लेकिन यह केवल वोट लेने के लिए छद्म भेषधारी बहुरूपिए हैं। हम बिल्कुल नहीं भूलेंगे कि औरैया कांड क्या हुआ था। समाजवादी पार्टी की सरकार चल रही थी। मान्यवर कांशीराम जी को स्टेट गेस्ट हाउस में बैठकर पंचायत करनी पड़ी थी। हमारी दलित बेटी का अपहरण इन लोगों ने किया था। कोई भूला नहीं होगा पुराना इतिहास।" डिप्टी सीएम ने आगे कहा "आप लोग कभी भी 2 जून के कांड को नहीं भूल पाएंगे, जब बहन मायावती पर इन लोगों ने गैस सिलेंडर लगाकर जिंदा जलाने का प्रयास किया था। यही समाजवादी पार्टी के गुंडे थे। आज दलितों का वोट हासिल करने के लिए यह लोग बातें कर रहे हैं।"