सिर कलम करने पर 5 लाख...कार्रवाई से भड़का आरोपी,
बोला–राकेश टिकैत के इशारों पर चल रही है पुलिस
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Rakesh Tikait: उत्तर प्रदेश में भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को लेकर एक बड़ा विवाद सामने आया है। अमित चौधरी नामक व्यक्ति ने राकेश टिकैत का सिर कलम करने पर पांच लाख रुपये का इनाम रखने का दावा किया। इस मामले में आगरा और मेरठ के जानी थाने में अमित चौधरी के खिलाफ रविवार को मुकदमा दर्ज किया गया। मामले के बाद अमित चौधरी ने करीब 2 मिनट 10 सेकेंड का एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने यूपी पुलिस और सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
मुकदमे के बाद अमित चौधरी का वीडियो बयान
बता दें कि अमित चौधरी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो बनाया, जिसमें उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए नहीं, बल्कि राकेश टिकैत के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि टिकैत देश के खिलाफ बातें करते हैं। उन्होंने कहा कि टिकैत की सभाओं में खालिस्तान का झंडा फहराया जाता है और अल्लाह-हू-अकबर के जयकारे लगते हैं। आगे अमित ने कहा कि टिकैत आतंकवादियों का समर्थन करते हैं। वहीं उन्होंने वीडियो में टिकैत को भारत का विरोधी बताया।
अमित का पुलिस और सरकार पर आरोप
अमित ने कहा कि जब टिकैत प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को गाली देते हैं, तब पुलिस क्यों कोई कार्रवाई नहीं करती? लेकिन जब अमित ने टिकैत का सिर कलम करने की बात कही, तब उन पर एफआईआर दर्ज कर दी गई। उन्होंने कहा कि इससे साफ होता है कि पुलिस देशद्रोह का समर्थन कर रही है। अमित ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस मामले पर संज्ञान लेने की मांग की।
मेरठ में टिकैत समर्थकों ने दिया शिकायत
मेरठ के टिकरी गांव के नितिन नामक व्यक्ति ने पुलिस को शिकायत दी। उन्होंने बताया कि अमित चौधरी ने फेसबुक पर राकेश टिकैत का सिर कलम करने का वीडियो डाला। नितिन का कहना है कि इस वीडियो से उनकी भावनाएं आहत हुईं और यह वीडियो जान से मारने की धमकी है। उन्होंने कहा कि टिकैत किसानों के मसीहा हैं और उनका अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पहले भी टिकैत के खिलाफ हुआ था भारी विरोध
दरअसल, 2 मई को मुजफ्फरनगर में टिकैत के खिलाफ तीव्र विरोध हुआ था। एक सभा में टिकैत को झंडा मारा गया, जिससे उनकी पगड़ी गिर गई। हिंदू संगठनों ने उनके विरोध में नारे लगाए। पुलिस ने टिकैत को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला। यह मामला अभी भी चर्चा में है। पुलिस और सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। आम जनता और किसान इसे लेकर चिंतित हैं।