अमित शाह बोले – बिहार के सामने दो रास्ते,
मोदी-नीतीश का विकास या राजद का जंगलराज
1 months ago Written By: ANIKET PRAJAPATI
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि यह चुनाव राज्य की जनता के लिए एक निर्णायक मोड़ है — जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जोड़ी विकास का रास्ता दिखा रही है, वहीं दूसरी ओर राजद के नेतृत्व वाला गठबंधन फिर से जंगलराज लौटाने की कोशिश में है। अमित शाह ने खराब मौसम के कारण गोपालगंज और समस्तीपुर की रैलियों में वर्चुअल माध्यम से जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा और एनडीए सरकार ने बिहार को अंधकार से निकालकर विकास की दिशा में आगे बढ़ाया है, अब जनता को तय करना है कि राज्य को फिर से पीछे ले जाना है या आगे बढ़ाना है।
साधु यादव के "अत्याचारों" का जिक्र करते हुए विपक्ष पर निशाना
शाह ने अपने संबोधन में गोपालगंज जिले का विशेष उल्लेख किया, जो राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव का गृह क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि गोपालगंज के लोग राबड़ी देवी के भाई साधु यादव के अत्याचारों को आज भी नहीं भूले हैं। शाह ने कहा, “अगर विपक्ष सत्ता में आया, तो बिहार फिर उसी जंगलराज की तरफ लौट जाएगा, जब लोगों में डर का माहौल था।”उन्होंने 1999 की उस घटना का जिक्र भी किया जब राबड़ी देवी की बेटी मीसा भारती की शादी के दौरान शो-रूम से जबरन कारें उठवा लेने का मामला सामने आया था। शाह ने कहा कि इस तरह की घटनाएं दिखाती हैं कि उस दौर में कानून-व्यवस्था का क्या हाल था। उन्होंने शिल्पी गौतम हत्याकांड और उस समय हुए अराजक माहौल का भी जिक्र किया, जिससे पूरा प्रदेश दहशत में था।
“नीतीश-मोदी सरकार ने दिखाया विकास का रास्ता”
अमित शाह ने कहा कि एनडीए सरकार ने पिछले वर्षों में बिहार के गांव-गांव तक विकास की रोशनी पहुंचाई है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार ने 1.41 करोड़ जीविका दीदियों के खातों में 10 हजार रुपये की सहायता राशि भेजी है। अगले चरण में इन महिलाओं को 2 लाख रुपये तक की मदद दी जाएगी। किसानों के लिए भी शाह ने बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि किसानों को अब 6 हजार की जगह 9 हजार रुपये सालाना मिलेंगे। साथ ही उन्होंने वादा किया कि अगले पांच वर्षों में बिहार की बंद चीनी मिलों को फिर से चालू किया जाएगा, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
राहुल गांधी पर बोला हमला
समस्तीपुर की रैली में शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की "वोटर अधिकार यात्रा" दरअसल घुसपैठियों को बचाने का प्रयास थी। शाह ने साफ कहा, “राहुल गांधी जितनी यात्राएं निकालना चाहें निकाल लें, लेकिन हर घुसपैठिए को देश से बाहर किया जाएगा।” उन्होंने बताया कि मतदाता सूची का विशेष पुनरीक्षण अभियान (SIR) इसी दिशा में एक अहम कदम है, ताकि देश के वोटर अधिकार सुरक्षित रहें।
सीता जन्मस्थली और आंबेडकर पर भी बोले शाह
अमित शाह ने सीतामढ़ी जिले के पुर्नौरा धाम परियोजना का भी जिक्र किया, जिसे माता सीता की जन्मस्थली माना जाता है। उन्होंने कहा कि इस धार्मिक स्थल के सौंदर्यीकरण पर 85 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं और यह काम दो वर्षों में पूरा होगा।हाजीपुर की सभा में उन्होंने कांग्रेस पर बाबा साहेब आंबेडकर का नाम बार-बार लेने के बावजूद उनके सम्मान में कभी कुछ न करने का आरोप लगाया। शाह ने कहा, “कांग्रेस ने बाबा साहेब का हमेशा अपमान किया और उन्हें सत्ता में रहते हुए भारत रत्न से वंचित रखा।” उन्होंने दिवंगत रामविलास पासवान को भी श्रद्धांजलि दी, जिन्हें बिहार का सबसे बड़ा दलित नेता और हाजीपुर की पहचान बताया।